महुआ मोइत्रा को एक और झटका, कैश फॉर क्वेश्चन केस में अब वकील ने भी छोड़ा साथ

टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ के खिलाफ पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. महुआ ने इन आरोपों के जवाब में दुबे के खिलाफ मानहानि का केस कर दिया. शुक्रवार (20 अक्टूबर 2023) को इस मामले की सुनवाई के दौरान महुआ की पैरवी कर रहे वकील ने खुद को इस केस से अलग कर लिया है.nमहुआ के वकील ने इम मामले में हितों के टकराव की बात कहते हुए इस केस की आगे कोई भी पैरवी करने से इंकार कर दिया. दरअसल, महुआ मोइत्रा के मित्र और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहद्राई महुआ के निजी मित्र रह चुके हैं. उन्होंने कोर्ट को बताया कि, महुआ के वकील गोपाल शंकरनारायण ने देहद्राई को कॉल करके मामला वापस लेने को कहा, जिसकी कॉल रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है. ऐसे में जज ने कहा, अगर ऐसा है तो शंकरनारायण इस मामले की पैरवी कैसे कर सकते हैं. इसके बाद गोपाल शंकरनारायण ने अपने आप को इस मामले से अलग कर लिया.nमहुआ पर उनके मित्र अनंत देहद्राई ने क्या आरोप लगाए हैं?nमहुआ मोइत्रा के आचरण पर उनके मित्र रहे व्यापारी अनंत देहद्राई ने गंभीर आरोप लगाए हैं. देहद्राई ने ही चिट्ठी लिखकर महुआ पर पैसे से लेकर प्रश्न पूछने का आरोप लगाया था. इसको लेकर महुआ और देहद्राई ने एक दूसरे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हुए हैं, लेकिन इन दोनों की लड़ाई के बीच एक हेनरी नाम का कुत्ता भी है. ये कुत्ता फिलहाल महुआ के पास है और देहद्राई इसकी कस्टडी अपने पास चाहते हैं. nजब देहद्राई ने महुआ की कैश लेकर सवाल पूछने की शिकायत सीबीआई से कर दी तब कथित रूप से महुआ के वकील ने देहद्राई के पास कॉल करके उनसे शिकायत वापस लेने का आग्रह किया और यह भी कहा कि वह वो कुत्ता वापस लौटा देंगी. इसी कॉल को देहद्राई ने रिकॉर्ड कर लिया और उसको शुक्रवार को बेंच के सामने पेश कर दिया.nक्या है मामला?nसांसद निशिकांत दुबे ने 15 अक्टूबर को लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी थी. इसमें उन्होंने महुआ पर आरोप लगाए थे कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए पैसे और तोहफे लिए थे. इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया हैजिस बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी ने महुआ को गिफ्ट दिए. उन्होंने एक लेटर लिखकर इसको कबूल भी कर लिया है. महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा की एथिक्स कमेटी 26 अक्टूबर को सुनवाई करेगी.

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