इजरायल और हमास के बीच जंग लगातार जारी है, जिसमें हमास के कमांडो ने इजरायल पर हमला किया और कई लोगों को बंधक बना लिया। बंधकों में इजरायली नागरिकों के अलावा विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इस स्थिति में भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ की शुरुआत की है।
India-Israel Relations and PM Modi’s Response
भारत और इजरायल के बीच मजबूत रिश्ते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने हमास के हमले के बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की और इस हमले की कड़ी निंदा की। मोदी ने इजरायल के हालातों पर एक दोस्त देश की तरह चिंता जताई और एकजुटता व्यक्त की। इसके बाद, भारत के विदेश मंत्रालय ने भी इस मामले में सक्रिय कदम उठाए हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
What is ‘Operation Ajay’?
भारत ने इजरायल से अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ की शुरुआत की है। ये ऑपरेशन हमास और इजरायल के बीच 6 दिनों से जारी युद्ध के बीच लॉन्च किया गया है। इस ऑपरेशन के तहत, भारत ने इजरायल में फंसे नागरिकों की वापसी की व्यवस्था की है, ताकि वे सुरक्षित रूप से अपने देश लौट सकें।
Concerns and Strategic Importance
विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष के बढ़ते तनाव से पूर्वी मध्य एशिया में अशांति फैल सकती है, जिसका भारत के लिए ऊर्जा आपूर्ति पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, वहां रहने वाला विशाल भारतीय समुदाय भी चिंता का विषय बना हुआ है।
Return of Indian Nationals
भारत सरकार ने इजरायल से भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए विशेष चार्टर उड़ानों की व्यवस्था की है। एस जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स (Twitter) पर इस बात की पुष्टि की और कहा कि ऑपरेशन अजय के तहत विशेष उड़ानों का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहली उड़ान में भारतीयों के पहले जत्थे को इजरायल से वापस लाया जाएगा।
Assurance for Long-Term Impact
भारत के पूर्व बहरीन राजदूत मोहन कुमार ने बताया कि इस संघर्ष के कारण भारत के दीर्घकालिक हितों पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर किए गए भारतीय नागरिकों को ई-मेल के जरिए सूचित किया गया है और बाकी पंजीकृत लोगों को भी आने वाले दिनों में संदेश भेजे जाएंगे।
Next Steps
जैसे-जैसे ऑपरेशन अजय आगे बढ़ेगा, भारत अपनी तरफ से अपनी पूरी कोशिश करेगा ताकि उसके नागरिक सुरक्षित रूप से अपने घर वापस लौट सकें।