उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिशें जारी है. रेस्क्यू ऑपरेशन का आज (18 नवंबर) सातवां दिन है. हर पल यही आस जग रही है कि जल्द ही कुछ अच्छी खबर मिलेगी, लेकिन अबतक ऐसा हुआ नहीं है. nजल्द फिर शुरू होगी ड्रिलिंग प्रोसेसnकल शुक्रवार (17 नवंबर) को दोपहर के बाद ड्रिलिंग प्रोसेस रुक गया था, जो अब तक शुरू नहीं हो पाया है. हालांकि इस बीच एक बड़ी खबर ये सामने आई है कि नई अमेरिकन औगर मशीन अगले कुछ घंटों में सिल्क्यारा टनल (Uttarkashi Tunnel Collapse) स्पॉट पर पहुंचेगी. माना जा रहा है कि दोपहर 2 बजे के बाद ड्रिलिंग प्रोसेस फिर से शुरू हो सकता है. nटनल के अंदर कुछ हिस्सा में दरारें आई, जिसके बाद ड्रिलिंग प्रोसेस रुक गया था. पिछले 24 घंटों में एक मीटर भी ड्रिल नहीं हुआ है. अब तक 22 मीटर ड्रिलिंग हुई है. nडैमेज हुआ था खाना-पानी भेजने वाला पाइपnवहीं, जिस पाइप के माध्यम से खाना-पानी भेज जा रहा था वह भी डैमेज हुआ था. हालांकि बाद में डैमेज पाइप को रेस्क्यू टीम ने ठीक कर लिया और फिर से ऑक्सीजन, खाना इत्यादि सप्लाई किया जा रहा है. बता दें कि, उत्तरकाशी टनल में 40 नहीं बल्कि 41 लोग फंसे हुए हैं. 41वां मजदूर बिहार के मुजफ्फरपुर का है, जिसका नाम दीपक है.nगौरतलब है कि, टनल में पिछले छह दिनों से फंसी 41 जिंदगियों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. मजदूर फिलहाल अंदर सुरक्षित हैं और वो अपने परिजनों से भी बीच-बीच में बात कर रहे हैं. मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अब नई मशीन पर ही उम्मीद टिकी है. nदुर्घटनास्थल पहुंचे पीएमओ के उप सचिवnवहीं पीएम मोदी, सीएम पुष्कर सिंह धामी रेस्क्यू ऑपरेशन पर अपनी नजर बनाए रखे हुए हैं. पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने दुर्घटना वाली जगह पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण किया. वहीं, सीएम धामी की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.