ब्रह्मांड की कोई भी ताकत अब अनुच्छेद 370 की वापसी नहीं करा सकती. पीएम मोदी की ये चेतावनी सुन….कश्मीर से कराची तक के अलगाववादी नेता सदमे में हैं. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया फारूक अब्दुल्ला भी उनमें हैं. फारुक न सिर्फ धारा-370 की वापसी, बल्कि कश्मीर मामले में पाकिस्तान को चौधरी बनाने की वकालत करते रहते हैं. लेकिन, इस बार वो शायद अपनी सीमा ही लांघ गए. वो कश्मीर के गाजा बनने जैसी बात करने लगे. बम-गोलों की बात करने लगे हैं. nअब्दुल्ला ने कहा था, ‘अगर भारत पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू नहीं करता है तो…कश्मीर गाजा बन जाएगा.’ ये फारुक अब्दुल्ला की नसीहत कम और धमकी ज्यादा लगती है. लगता है कि, ये बयान कश्मीर नहीं….सीधे पाकिस्तान से आया था. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर भी सवाल उठाए थे. वहीं, अब उन्होंने अपने इस बयान को जायज ठहराते हुए और भी ज्यादा भड़काऊ भाषण दिया है.nजब फारुक से उनके बयान तो लेकर दोबारा पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘जब बम चलेंगे तो कहां गिरेंगे, हवा में तो नहीं जाएंगे न? यदि भारत और पाकिस्तान बातचीत के लिए एकसाथ नहीं आते हैं, तो ऐसा हो सकता है. एक तरफ पाकिस्तान है और दूसरी तरफ चीन है. यदि युद्ध छिड़ जाता है, तो कश्मीर के लोग प्रभावित होंगे. हम दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं. अगर हम पड़ोसी के साथ दोस्ती करेंगे तो दोनों तरक्की करेंगे और ऐसा नहीं हुआ तो मुसीबतों का एक माहौल खड़ा होगा.’nयानी फारुक अब्दुल्ला अभी भी अपने बयान पर कायम हैं. वो भारत को पाकिस्तान से बातचीत करने की नसीहत दे रहे हैं. ये जानते हुए भी कि, जब-जब भारत ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है…पाकिस्तान ने विश्वासघात ही किया है. फारुक ये भी जानते हैं कि, पाकिस्तान और चीन…भारत का कभी भला नहीं सोच सकते. उसके बाद भी फारुक अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए बार-बार भारत को दोनों दुश्मन के साथ रिश्ते सुधारने की अपील करते हैं.