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'मैं क्या फांसी लगा लूं?', पहलवानों के विरोध पर भड़के बृजभूषण सिंह

संजय सिंह (Sanjay Singh) के भारतीय कुश्ती संघ (WFI) अध्यक्ष बनने के बाद से पहलवानों का विरोध तेज हो गया है. पहले साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की. उसके बाद बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) ने अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस करने का ऐलान कर दिया. यहां तक की वो अपना  मेडल फुटपाथ तक पर रख आए. वहीं, अब WFI के पूर्व अध्यक्ष और यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे बृजभूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) का भी बयान सामने आया है. nबृजभूशण शरण सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस की गोद में बैठे इन पहलवानों को अब देश में कहीं से भी समर्थन नहीं मिल रहा है.’ साथ ही बृजभूषण ने पूछा कि, पहलवान अगर अब भी विरोध कर रहे हैं तो क्या वे फांसी लगा लें?nबृजभूषण सिंह ने कहा, ‘कुश्ती को 11 महीने और तीन दिनों तक ग्रहण लगा था. चुनाव हुआ और पुरानी फेडरेशन के समर्थित प्रत्याशी या हमारे समर्थित प्रत्याशी संजय सिंह उर्फ बबलू को जीत मिली. जीत भी 33 वोटों के अंतर से हुई. अब हमारा मकसद कुश्ती के काम को आगे बढ़ाना है.’nबृजभूषण ने आगे कहा, ‘पहलवान अगर अभी भी विरोध कर रहे हैं या साक्षी ने कुश्ती को अलविदा कह दिया है तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं. ये पहलवान 12 महीने से हमें गाली देने का काम कर रहे हैं. उनको गाली देने का हक किसने दिया है? आज ये पहलवान चुनाव और सरकार पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और कांग्रेस की गोद में जाकर बैठे हुए हैं. आज देश का कोई भी रेसलर उनके साथ नहीं है. उनकी हम क्या मदद करें? क्या हम फांसी पर लटक जाएं?’nबता दें कि, 21 दिसंबर को WFI के अध्यक्ष और बाकी पदाधिकारियों का चुनाव था. इसमें संजय सिंह को WFI का अध्यक्ष चुना गया. संजय सिंह के बृजभूषण शरण सिंह से घनिष्ठ संबंध हैं. इतने कि वो बृजभूषण को अपना भाई बता चुके हैं. ऐसें में संजय सिंह के कुश्ती संघ के अध्यक्ष बनने पर बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन करने वाले पहलवान नाराज हैं. 

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