भारत के 5 सबसे रहस्यमय मंदिर, जहां विज्ञान भी चमत्कार को करता है नमस्कार

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आपसे निवेदन भी है कि इन रहस्यमय मंदिरों के बारे में जानने के बाद अपने परिवार में भी बच्चों, बुजुर्गों के साथ साझा करें। ताकी हमारे सनातन धर्म का न सिर्फ प्रचार हो बल्कि हमारे धर्म की महानता भी लोगों को पता चले।

1- कैलाश मंदिर, एलोरा, महाराष्ट्र

सबसे पहले महादेव के एक खास मंदिर से शुरुआत करते हैं। ये मंदिर महाराष्ट्र में एलोरा की गुफाओं में बना है। इस मंदिर को कैलाश मंदिर के नाम से जाना जाता है। कैलाश मंदिर पूरी तरह से भगवान शिव को समर्पित है। इसे चट्टान को काटकर बनाया गया है। इस मंदिर का रहस्य ये है कि इसे ऊपर से नीचे की ओर खोदकर बनाया गया था।

 
इतने विशाल और जटिल मंदिर को बनाने की तकनीक आज भी एक पहेली बनी हुई है। आज भी जब लोग इस मंदिर को देखने के लिए जाते हैं। लोग कैलाश मंदिर को देखते हैं तो देखकर हैरान हो जाते हैं और सोचते हैं कि भारत के पास पहले कितनी आधुनिक तकनीक थी। यही तकनीक आज तक इस मंदिर की सुरक्षा कर रही है। क्योंकि आज तक इस मंदिर में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। सदियों पुराना ये मंदिर आज भी पूरी तरह मजबूत और विशाल आकार में बना हुआ है।

2- करणी माता का मंदिर, देशनोक, राजस्थान

जैसा की आप जानते हैं कि सनातन धर्म पर्यावरण, पशुओं से प्रेम करना सिखाता है। यही वजह है कि भारत में कई बड़े मंदिर पशु और पर्यावरण को बचाने का संदेश देते हैं। इसी कड़ी में करणी माता के मंदिर के बारे में बताते हैं। करणी माता का मंदिर राजस्थान के बीकानेर में है।


इस मंदिर की खास बात ये है कि यहां आपको लाखों की संख्या में चूहे दिखाई देंगे। इन्हीं चूहों की वजह से इस मंदिर को चूहे वाला मंदिर भी कहा जाता है। इन चूहों को न सिर्फ पवित्र माना जाता है बल्कि आपके कष्ट हरने वाला भी बताया जाता है। बड़ी बात ये है कि चूहे भगवान श्री गणेश की सवारी हैं। इसलिए कहा जाता है जो भी करणी माता के मंदिर में जाता उसके कष्टों को ये चूहे भगवान श्री गणेश के पास पहुंचा देते हैं। जिसे माता रानी और गणेश जी दूर कर देते हैं।

3- ब्रह्मा मंदिर, पुष्कर, राजस्थान

पूरी दुनिया में ब्रह्मा जी का मात्र एक ही मंदिर है। जो राजस्थान के पुष्कर में बना हुआ है। पुष्कर का ये मंदिर भगवान ब्रह्मा जी को समर्पित किया गया है। वैसे तो ब्रह्मा  जी के भारत में कई जगहों पर मंदिर हैं लेकिन मान्यता सिर्फ पुष्कर में बने ब्रह्मा मंदिर की है।

बड़ी बात ये है कि ज्यादातर मंदिरों में रोज कई बार पूजा की जाती है। लेकिन पुष्कर में बने ब्रह्मा मंदिर में साल में महज एक बार पूजा की जाती है। बताया जाता है कि जो भी भक्तजन एक बार इस पूजा में शामिल हो जाता है। तो उसके रुके हुए कार्य फिर से शुरु हो जाते हैं। क्योंकि वेदों में बताया गया है कि यहां पर ब्रह्मा  जी ने एक यज्ञ किया था। इसकी की वजह  से यहां ब्रह्मा  जी का मंदिर बनाया गया था।

4- कालीघाट काली मंदिर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल

वैसे तो सनातन धर्म में 9 देवियों की पूजा की जाती है। लेकिन मां काली की पूजा दुष्टों के अंत के लिए की जाती है। इन्हीं मां काली का मंदिर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बना हुआ है। जिसे दुनिया कालीघाट काली मंदिर के नाम से जानती है। कालीघाट का काली मंदिर शक्ति पीठों में से एक माना जाता है।

कालीघाट का काली मंदिर मां काली की मूर्ति की वजह से खास चर्चा में रहता है। यहां मां काली जीभ निकालकर भक्तों को दर्शन देती हैं। कहा जाता है कि मां काली की ये जीभ चांदी से बनी है और मान्यता है कि ये जीभ अपने आप प्रकट हुई थी। मां काली का ये मंदिर शक्ति का प्रतीक है। जो भी भक्त परेशानी लेकर यहां आता है मां काली उसके कष्ट दूर कर देती हैं।

5- श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, तिरुवनंतपुरम, केरल

भारत में कई अमीर मंदिर हैं जहां अरबों रुपये का दान किया जाता है। लेकिन सबसे अमीर मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम में बना हुआ है। जिसे श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां अरबों की संपत्ति रखी हुई है। इसी वजह से इस मंदिर को सबसे अमीर मंदिर कहा जाता है। इस मंदिर में कई तरह के तहखाने हैं। जिसमे ये सारी संपत्ति रखी हुई है।

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर की खासियत “Vault B” नाम के तहखाने में है। यही खासियत लोगों को इस मंदिर में लेकर जाती है। अक्सर लोग इस Vault B को खोलने की मांग करते हैं। लेकिन मान्यता है कि इस Vault को अगर खोला गया तो दुनिया में तबाही आ सकती है। इसके खुलने से भयंकर विपत्तियां आ सकती हैं।

अब आप बताइये की इन 5 मंदिरों में से आप किस मंदिर में जा चुके हैं। इतना ही नहीं किस मंदिर में जाने की आपकी अभी इच्छा है।

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