बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के पुजारी कांकेर और मारुड़बाका जंगल में गुरुवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई। मीडिया रिपोर्ट्स बता रही हैं कि 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर तीन जिलों में नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
नक्सलियों पर बड़ा एक्शन
गुरुवार सुबह करीब 9 बजे दक्षिण बीजापुर के घने जंगलों में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई। सुरक्षाकर्मियों की एक ज्वाइंट टीम इस नक्सल विरोधी अभियान में जुटी थी। जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन में करीब 1,000 जवान शामिल हैं। इनमें सुकमा और दंतेवाड़ा जिला रिजर्व गार्ड (DRG), CRPF की कोबरा (Commando Battalion for Resolute Action) और CRPF की 229वीं बटालियन के जवान भी हिस्सा ले रहे हैं।
बस्तर आईजी पी. सुंदरराज इस ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे हैं। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया, जिससे घबराए नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचाया।
क्या हैं हालात ?
- मुठभेड़ अब भी रुक-रुककर जारी है।
- सुरक्षाबलों के लौटने के बाद नक्सलियों के मारे गए कुल आंकड़े की पुष्टि की जाएगी।
- मारे गए नक्सलियों के शवों को जिला मुख्यालय लाया जाएगा, जहां उनकी शिनाख्त की जाएगी।
जनवरी में नक्सलियों को बड़ा नुकसान
12 जनवरी को बीजापुर के मद्देड़ थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत पांच नक्सली मारे गए थे।
नक्सलियों का बड़ा हमला
इस महीने की शुरुआत में नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों पर अपने सबसे बड़े हमलों में से एक को अंजाम दिया। बीजापुर जिले में उन्होंने 60 से 70 किलोग्राम के IED का उपयोग कर सुरक्षाबलों के वाहन को उड़ा दिया, जिसमें 8 जवान और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी।
ये ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी रणनीति का हिस्सा है। इस बार जवानों की विस्तृत प्लानिंग और कोऑर्डिनेशन के चलते नक्सलियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।