गुरुवार (9 दिसंबर) रात को एक बहुत ही क्रूर सामूहिक हत्याकांड ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी। एक ही परिवार के पांच लोग घर से उठाए गए। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड पर मोईन और उसके परिवार के शव बेड के अंदर पड़े मिले। इस दौरान घर का मुख्य दरवाजा ताला लगा हुआ था।
Family’s Tragic End
घर की देवरानी नजराना ने बताया कि वो बुधवार शाम को बच्चों से मिली थी। छोटी बेटी अलीजबा की तबीयत खराब थी, जिसका इलाज चल रहा था। नजराना के मुताबिक, आसमा उनकी जेठानी थी और उसका विवाह करीब 10 साल पहले हापुड़ के मूल रूप से रुड़की के पुसाना गांव के रहने वाले जेठ से हुआ था। कुछ समय पहले, उन्होंने 15 फुटा रोड पर प्लॉट खरीदा था और मकान बनाने का काम शुरू किया था।
नजराना के अनुसार, बुधवार शाम को वो परिवार से मिलने गई थी, और सब कुछ ठीक था। बच्चों के चेहरे पर मुस्कान थी और घर में कोई तनाव नहीं था। लेकिन गुरुवार सुबह, जब वो उठी तो देखा कि घर का ताला बंद था। जब तक ताला नहीं खुला, परिवार में चिंता बढ़ गई। बाद में, परिवार ने छत से झांक कर देखा तो घर में खून से सने शव पड़े थे।
Suspicion of Family Dispute
पुलिस ने शवों को post-mortem के लिए भेज दिया और मोईन के 20 रिश्तेदारों से पूछताछ की है। मोईन ने न केवल मकान बनवाया था, बल्कि लिसाड़ीगेट में एक और प्लॉट खरीदा था, जिसको लेकर परिवार में विवाद था। पुलिस का मानना है कि परिवारिक विवाद हत्याओं का कारण हो सकता है।
Investigation and Reactions
पुलिस ने मेडिकल, लिसाड़ीगेट, लोहियानगर, और नौचंदी थाना की ड्यूटी लगाई है। आसमा का भाई, शफीक, हापुड़ से मौके पर पहुंचा और बताया कि ये आसमा की दूसरी शादी थी और पहले पति से कोई संतान नहीं थी। उसकी तीन बेटियां घर में खुशहाली लाती थीं, लेकिन अब इस दर्दनाक हादसे ने सबको शॉक में डाल दिया।