Prime Minister Narendra Modi की कुवैत यात्रा भारत के लिए बेहद अहम रही, जो दोनों देशों के bilateral relations को मजबूत करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है। आइये पीएम मोदी के कुवैत दौरे की कुछ अहम बातें जानते हैं।
1. सर्वोच्च सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’
कुवैत ने प्रधानमंत्री मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ से सम्मानित किया। ये सम्मान अब तक सिर्फ बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों को दिया गया है। ये न केवल व्यक्तिगत सम्मान है, बल्कि भारत के लिए कुवैत के बढ़ते सम्मान का भी प्रतीक है। इतना ही नहीं इस सम्मान की वजह से भारत और कुवैत के बीच व्यापार से लेकर अलग-अलग क्षेत्रों में बढ़ावा मिलने की संभावना है।
2. Strategic Partnership में बढ़ोतरी
दोनों देशों ने रक्षा, व्यापार, निवेश और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। Energy Security और Trade Growth के लिए ये समझौते अहम साबित होंगे, जिससे भारत-कुवैत के बीच संबंध और गहरे होंगे।
3. Indian Community के साथ संवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में भारतीय समुदाय और श्रमिकों से मुलाकात की। उनकी समस्याओं को समझने और समाधान के लिए प्रयासों ने प्रवासी भारतीयों के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ किया। यहां मोदी का भारतीय कामगारों के साथ अलग अंदाज में संवाद देखने को मिला था। जिसमे पीएम मोदी ने खुलकर लोगों से बात की थी।
Ashtayi Bus Adda निर्माण पर जोर
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत तीन अस्थायी बस अड्डों का निर्माण भी चर्चा का विषय बना। Transportation Management में सुधार की ये पहल कुवैत और भारत की साझा योजनाओं की सफलता को दर्शाती है। इस यात्रा ने न केवल दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती दी बल्कि global stage पर भारत की स्थिति को और मजबूत किया।
कुवैत के साथ ये मजबूत रिश्ता बहुत जरूरी है। इससे युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। इतना ही नहीं तकनीक के आदान प्रदान को लेकर भी कदम उठाए जा रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि UPI जैसी तकनीक को कुवैत भी अपना सकता है। बता दें कि दुनिया के कई देश भारत के UPI की तारीफ कर चुके हैं।