आज के दौर में मोबाइल फोन हर किसी के लिए ज़रूरी हो गया है, चाहे वो स्टूडेंट हो, प्रोफेशनल, व्यापारी, या गृहिणी। लेकिन फोन का इस्तेमाल तभी संभव है जब उसमें सिम कार्ड हो। भारत में कई टेलीकॉम कंपनियां सिम कार्ड प्रोवाइड करती हैं, जिन्हें पहचान पत्र और तय कीमत देकर खरीदा जा सकता है।
आधार का इस्तेमाल और फर्जी सिम कार्ड का खतरा
अधिकतर लोग सिम खरीदने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन समस्या तब खड़ी होती है जब कोई व्यक्ति आपके आधार नंबर का गलत इस्तेमाल करके फर्जी सिम कार्ड ले लेता है। इससे अपराध किए जाने की संभावना बढ़ जाती है और इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ सकता है।
इसलिए, ये बेहद जरूरी है कि आप समय-समय पर चेक करते रहें कि आपके आधार कार्ड पर कितनी सिम एक्टिव हैं।
कैसे पता करें आपके आधार पर कितनी सिम एक्टिव हैं?
कई बार आपने सुना होगा कि किसी के नाम पर फर्जी सिम लेकर अपराध किया गया और पुलिस उस व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुला लेती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें:
- संचार सारथी पोर्टल पर जाएं
भारत सरकार ने इस समस्या को रोकने के लिए एक आधिकारिक वेबसाइट sancharsaathi.gov.in लॉन्च की है। - Know Your Mobile Connections पर क्लिक करें
वेबसाइट के होम पेज पर ‘Citizen Centric Services’ सेक्शन में जाएं और ‘Know Your Mobile Connections’ विकल्प पर क्लिक करें। - मोबाइल नंबर दर्ज करें
- अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- आपके नंबर पर एक OTP आएगा, उसे दर्ज करें।
- सभी सिम कार्ड की डिटेल्स देखें
OTP दर्ज करने के बाद आपके आधार पर एक्टिव सभी सिम कार्ड्स की जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी। - फर्जी सिम की रिपोर्ट करें
अगर आपको कोई ऐसा नंबर दिखे जिसे आपने नहीं लिया है, तो उसके सामने दिए गए ‘Not Required’ विकल्प पर क्लिक करके उसकी रिपोर्ट कर सकते हैं।
कितने सिम कार्ड्स ले सकते हैं?
दूरसंचार मंत्रालय के नियमों के अनुसार, एक आधार कार्ड पर अधिकतम 9 सिम कार्ड ही लिए जा सकते हैं।
अगर कोई इससे ज्यादा सिम कार्ड लेता है, तो उसे भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
- जुर्माना: 50,000 से लेकर 2 लाख तक।
अपने आधार कार्ड की सुरक्षा करना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसका गलत इस्तेमाल आपको कानूनी और वित्तीय मुसीबत में डाल सकता है। समय-समय पर अपने आधार पर एक्टिव सिम कार्ड्स को चेक करें और किसी भी फर्जी नंबर को रिपोर्ट करें। इससे न केवल आप सुरक्षित रहेंगे, बल्कि देश में डिजिटल सुरक्षा को भी मजबूती मिलेगी।