गैस चेंबर बनी दिल्ली, औसतन AQI 450 के पार..लगाई गईं ये पाबंदी

केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.दरअसल राष्ट्रीय राजधानी में आसमान धुएं की एक मोटी परत से छिप गया और प्रदूषण का स्तर इस मौसम में पहली बार ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया. वैज्ञानिकों ने अगले दो सप्ताह के दौरान दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण का स्तर बढ़ने की चेतावनी जारी की है. वहीं, चिकित्सकों ने सांस संबंधी समस्याओं के बढ़ने की चेतावनी जारी की. दिल्ली के कई इलाकों में शुक्रवार को AQI 450 के पार दर्ज किया है. नरेला में हवा की गुणवत्ता यानी AQI 488, मुंडका में 498, बवाना में 496 और पंजाबी बाग में 484 तक पहुंच गया है.nदिल्ली सरकार ने हालात की समीक्षा के लिए शुक्रवार को एक आपात बैठक बुलाई है. शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम पांच बजे तक 402 हो गया था, जो इस पूरे मौसम में अभी तक सबसे ज्यादा दर्ज किया गया. बता दें कि बुधवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 364, मंगलवार को 359, सोमवार को 347, रविवार को 325, शनिवार को 304 और शुक्रवार को 261 था. निर्माण कार्यों पर रोक और सडक़ों किनारे पानी के छिडकाव के बावजूद हरियाणा के जींद में हवा जहरीली बनी हुई है. जींद का एक्यूआई गुरुवार को 416 दर्ज किया गया, जिसके चलते वातावरण पूरे दिन धुएं जैसा रहा.nदिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए फिलहाल प्राइमरी स्कूलों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं, नगर निगम (एमसीडी) ने एक अलग आदेश में कहा कि उसके स्कूलों में कक्षाएं अगले दो दिनों तक नहीं संचालित की जाएंगी. एमसीडी ने कहा कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के आदेश के अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि NCR और आसपास के क्षेत्रों में सभी एमसीडी और एमसीडी सहायता प्राप्त स्कूलों में तीन और चार नवंबर को ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं संचालित की जाएंगी. हालांकि, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए स्कूल खुले रहेंगे. nपड़ोसी राज्यों में भी बुरा हालnवहीं, सिर्फ दिल्ली ही नहीं पड़ोसी राज्य हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में हवा जहरीली पाई गई. हरियाणा और पंजाब में कई स्थानों पर गुरुवार को एक्यूआई ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणियों में दर्ज किया गया.

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