BJP कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने Arvind Kejriwal की पूर्वांचल के लोगों के खिलाफ की गई टिप्पणी पर विरोध जताते हुए अशोक रोड से उनके आवास तक ‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ निकाला। इस प्रदर्शन में BJP सांसद Manoj Tiwari ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने इस मुद्दे पर AAP और उसके नेताओं पर तीखा हमला किया।
केजरीवाल के बयान से पहुंची ठेस
ये मार्च अशोक रोड से शुरू होकर अरविंद केजरीवाल के आवास तक गया। भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि केजरीवाल की टिप्पणी ने पूर्वांचल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
हालांकि, पुलिस ने भाजपा सांसद मनोज तिवारी और अन्य कार्यकर्ताओं को केजरीवाल के आवास के पास हिरासत में ले लिया। तिवारी और अन्य समर्थकों को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उन्होंने मीडिया से बात की।
#WATCH दिल्ली: भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "अगर संजय सिंह में थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनके नेता उन्हें दोगला कह रहे हैं। क्या संजय सिंह दोगले हैं? क्या पूर्वांचल के AAP नेता दोगले हैं? उन्हें अरविंद केजरीवाल को जवाब देना चाहिए। मुझे इस पर कोई… https://t.co/S4w24M0Q6R pic.twitter.com/ETjWAgExhg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2025
मनोज तिवारी का AAP पर हमला
मनोज तिवारी ने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा:
“अगर संजय सिंह में थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनके नेता उन्हें दोगला कह रहे हैं। क्या संजय सिंह दोगले हैं? क्या पूर्वांचल के AAP नेता दोगले हैं? उन्हें अरविंद केजरीवाल को जवाब देना चाहिए।”
तिवारी ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर कोई सफाई देने की जरूरत नहीं है। उनके अनुसार, केजरीवाल की यह टिप्पणी न केवल पूर्वांचल के लोगों का अपमान है, बल्कि यह AAP की असल सोच को उजागर करती है।
BJP का आरोप और Kejriwal की चुप्पी
भाजपा नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को अपनी टिप्पणी पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उनकी चुप्पी को भाजपा नेताओं ने पूर्वांचल के खिलाफ उनकी सोच का प्रमाण बताया।
पूर्वांचल का महत्व
पूर्वांचल के लोग दिल्ली की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संरचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भाजपा का कहना है कि इस तरह की टिप्पणी न केवल राजनीतिक रूप से गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि समाज में विभाजन पैदा कर सकती है।
‘पूर्वांचल सम्मान मार्च’ भाजपा का स्पष्ट संदेश है कि वह पूर्वांचल के लोगों के सम्मान और अधिकारों के लिए हर स्तर पर लड़ने के लिए तैयार है। अब देखना यह होगा कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
“पूर्वांचल का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान।”