चंपा, अर्जुन, हंस, करील…रामायण काल के पेड़ों से सजेगी अयोध्या

अयोध्या में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियां तेजी से जारी हैं. अयोध्या डेवलपमेंट अथॉरिटी ने रामनगरी में रामायण काल के पेड़ लगाने की शुरूआत कर दी है. विकास प्राधिकरण का कहना है कि 22 जनवरी के मुख्य कार्यक्रम से पहले पूरे शहर में रामायण काल के पेड़ लगा दिए जाएंगे. इस अभियान के लिए विकास प्राधिकरण ने तेजी से काम शुरू कर दिया है.nरामनगरी में लगाए जाएंगे 50,000 पौधेnअयोध्या विकास प्राधिकरण की मानें तो रामनगरी में ऐसे 50,000 पौधे लगाए जा रहे हैं, जिनका संबंध रामायण काल से है. प्राधिकरण के नर्सरी डायरेक्टर ने कहा कि मौजूदा समय में 50,000 पौधों का ऑर्डर दिया गया है. दूसरे किस्म के पौधों की खेप भी जल्द आने वाली है, जिसे प्लांट किया जाएगा. प्राधिकरण के वाइस चैयरमैन विशाल सिंह ने कहा कि हमारी प्लानिंग है कि रामायण काल के पौधों को लगाया जाए. इसके अलावा हम हॉर्टिकल्चर प्लांट्स और खूबसूरती बढ़ाने वाले पौधे भी लगाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे और इस दौरान देश-दुनिया के करीब 7 हजार वीवीआईपी भी रहेंगे.nरामलला सुन रहे वेदपाठnअयोध्या में रामलला विग्रह को वेद पाठ सुनाया जा रहा है. मंदिर निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि वैदिक मंत्रों से हवन और यज्ञ के साथ वेदपाठ किया जा रहा है. वहीं मंदिर का ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार हो चुका है. राम मंदिर की पहली मंजिल भी बना ली गई है. प्रवेश द्वार पर भगवान हनुमान और गरूण की प्रतिमाएं लगाई गई हैं.nबता दें कि, 22 जनवरी से पहले अयोध्या में पूरी तैयारी कर ली जाएगी. जहां तक मंदिर की बात है तो यहां 16 जनवरी से ही प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम शुरू हो जाएगा जो कि 22 जनवरी के मुख्य कार्यक्रम के साथ ही समापन होगा. सुरक्षा की व्यवस्था भी हाईटेक की जा रही है. इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद ली जा रही है.

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