पंजाब में कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की फिल्म ‘इमरजेंसी’ (Emergency) की रिलीज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। अमृतसर के एसएचओ बलजिंदर सिंह औलख ने इस मामले में कहा कि उन्हें एसजीपीसी (Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee) की ओर से कॉल मिली थी, जिसमें फिल्म को सिनेमा हॉल में नहीं लगाने की मांग की गई।
कानून व्यवस्था पर प्रशासन सतर्क
एसएचओ बलजिंदर सिंह ने बताया, “हमने सिनेमा हॉल के मैनेजर से बातचीत की है। उन्होंने कहा कि उनके यहां ‘इमरजेंसी’ फिल्म का कोई शो नहीं है। हालांकि, किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।”
#WATCH पंजाब | अभिनेत्री कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' के पंजाब में रिलीज होने पर अमृतसर के एसएचओ बलजिंदर सिंह औलख ने कहा, "एसजीपीसी की तरफ से कॉल आई थी कि 'इमरजेंसी' फिल्म नहीं लगनी चाहिए… हमने सिनेमा हॉल के मैनेजर से बात हुई है, उन्होंने बताया कि उनके यहां 'इमरजेंसी' फिल्म… pic.twitter.com/uV7UmtDteV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 17, 2025
एसजीपीसी की मांग
एसजीपीसी ने पंजाब सरकार से फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर तत्काल ban लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस फिल्म में कुछ ऐसे मुद्दे हो सकते हैं जो community sentiments को आहत कर सकते हैं।
फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर विवाद क्यों?
कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ भारतीय राजनीति के उस दौर पर आधारित है, जब देश में 1975 में आपातकाल (Emergency) लगाया गया था। फिल्म की कहानी और इसके ट्रेलर को लेकर पहले से ही कई विवाद खड़े हो चुके हैं। पंजाब में अब इसे लेकर religious sentiments और law and order को लेकर चिंता जताई जा रही है।
सरकार का रुख
पंजाब सरकार की ओर से अभी इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर पंजाब में बढ़ता विवाद ये दिखाता है कि सिनेमा और राजनीति के मुद्दे कैसे आपस में जुड़े होते हैं। इस मामले में सरकार और प्रशासन का अगला कदम ये तय करेगा कि फिल्म की रिलीज पर पंजाब में क्या असर पड़ेगा।