भारत-मालदीव विवाद के बीच क्यों कूदा इजराइल?

मालदीव से विवाद के बीच इजराइल अब भारत के समर्थन में उतर आया है. भारत के सबसे करीबी दोस्त इजराइल ने इसे लेकर एक बड़ा ऐलान लक्षद्वीप को भारत का नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने का समर्थन किया है. भारत में इजरायल के दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट कर कहा कि वह लक्षद्वीप को नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. nइजराइल ने लक्षद्वीप की खूबसूरत तस्वीरें शेयर करते हुए कहा है कि डिसेलेनाइजेशन प्रोग्राम (desalination program) शुरू करने के संघीय सरकार के अनुरोध पर हम पिछले साल लक्षद्वीप में थे. उन लोगों के लिए जो अभी तक लक्षद्वीप की सुंदरता को नहीं देख पाए हैं, यहां इस द्वीप के मनमोहक आकर्षण को दिखाने वाली कुछ तस्वीरें हैं, डिसेलेनाइजेशन का मतलब समुद्र के खारे पानी को पीने लायक बनाना है. nnWe were in #Lakshadweep last year upon the federal government’s request to initiate the desalination program.Israel is ready to commence working on this project tomorrow.For those who are yet to witness the pristine and majestic underwater beauty of #lakshadweepislands, here… pic.twitter.com/bmfDWdFMEqn— Israel in India (@IsraelinIndia) January 8, 2024nnnnभारत का खुलकर समर्थन कर रहा इजराइलnइजराइल के भारत का समर्थन करने की पहली वजह तो उसका मालदीव के साथ संबंध खराब होना है क्यूंकी मालदीव एक मुस्लिम बहुल देश है, जो गाजा में इजराइल के रुख पर समय-समय पर विरोधी बयान देता रहा है. मालदीव के मंत्री ने हाल में पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे के बाद विवादित बयान देते हुए उन्हें इजराइल की कठपुतली बताया था. इजराइल के लक्षद्वीप में टूरिज्म को बढ़ावा देना भारत के लिए फायदेमंद होगा क्योंकि इससे इजराइल के अलावा दूसरे देशों के लोग भी लक्षद्वीप में छुट्टियां मनाने आना चाहेंगे. n

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