इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग में एक नया मोड़ आया है। जहां एक तरफ हमास ने लगभग 150 लोगों को बंधक बना रखा है, वहीं दूसरी तरफ इजरायल ने गाजा की बिजली और पानी सप्लाई बंद कर दी है। अब इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं करता, गाजा में बिजली और पानी की सप्लाई शुरू नहीं होगी।
7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग: हमास का तांडव
इस जंग की शुरुआत 7 अक्टूबर को हुई थी, जब हमास के आतंकियों ने इजरायल पर अचानक हमला किया। उन्होंने रॉकेट दागे और इजरायल के अंदर घुसकर तबाही मचाई। इस हमले में 1000 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई, जिसमें 100 से अधिक अन्य देशों के लोग भी शामिल थे। इसके अलावा, हमास ने सैकड़ों लोगों को बंधक बना लिया है।
International Reactions और हमले की निंदा
हमास के इस हमले की पूरी दुनिया में आलोचना हो रही है। अमेरिका और इजरायल ने इसे क्रूरता करार दिया है। इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर जवाबी हमले तेज कर दिए हैं। गाजा पट्टी पर किए जा रहे हवाई हमलों में आतंकियों के साथ-साथ आम नागरिक, महिलाएं और बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं।
Gaza का बिजली-पानी नेटवर्क ठप
इजरायल ने गाजा का संचार और सप्लाई नेटवर्क पूरी तरह से बंद कर दिया है। बिजली और पानी की आपूर्ति रोकने से गाजा के लोगों के लिए खाद्य और पानी की गंभीर कमी हो गई है। इजरायल ने स्पष्ट कर दिया है कि बंधकों की रिहाई तक गाजा को कोई राहत नहीं मिलेगी।
इजरायली ऊर्जा मंत्री का बयान
इजरायल के ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि हमास को पहले हमारे बंधकों को छोड़ना होगा, तभी गाजा की सप्लाई बहाल की जाएगी। हमास के कब्जे में सवा सौ से अधिक लोग हैं, जिनमें इजरायली और अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं।
अमेरिका और इजरायल की रणनीति
बंधकों को छुड़ाने के लिए इजरायल और अमेरिका मिलकर लगातार बातचीत कर रहे हैं। हालांकि, इजरायल ने हमास के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई जारी रखी है और गाजा पट्टी में हर आतंकवादी ठिकाने को खत्म करने की कसम खाई है।
गाजा में हालात बेहद गंभीर हैं। इजरायल और हमास के बीच यह जंग हर दिन और ज्यादा उग्र होती जा रही है। आम लोग इस संघर्ष में सबसे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं। अब देखना होगा कि इजरायल की शर्तों के आगे हमास झुकता है या यह जंग और लंबी खिंचती है।