ISRO का PSLV-C60 मिशन सफल, SpaDeX से भारत को क्या फायदा होगा ?

isro new Mission VK NEws

isro new Mission VK NEws

आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सोमवार (30 दिसंबर) को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। ISRO ने PSLV-C60 के जरिए SpaDeX (Space Docking Experiment) और इनोवेटिव पेलोड्स के साथ 24 प्रयोगों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।

SpaDeX: अंतरिक्ष डॉकिंग का पहला कदम

ISRO ने अपने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (SpaDeX) मिशन के तहत दो उपग्रह, SDX01 (Chaser) और SDX02 (Target), निचली पृथ्वी कक्षा (LEO) में तैनात किए। इन दोनों उपग्रहों का उद्देश्य अंतरिक्ष में डॉकिंग और अनडॉकिंग प्रक्रिया का परीक्षण करना है।

SpaDeX से भारत को क्या फायदा होगा ?

ISRO ने बताया कि लॉन्च के पहले चरण का प्रदर्शन सामान्य रहा। ये मिशन भारत को अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में महारत हासिल करने वाले दुनिया के चौथे देश के रूप में स्थापित करेगा। अगले 10 दिनों में, संभवतः 7 जनवरी तक, ये दोनों यान अंतरिक्ष में डॉकिंग करने की दिशा में काम करेंगे।

मिशन की खासियत

वैज्ञानिकों की उपलब्धि पर गर्व

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ISRO की इस उपलब्धि पर कहा, “ये मिशन अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में महारत हासिल करने में सक्षम देशों की विशेष श्रेणी में भारत के प्रवेश को दर्शाता है।”

भविष्य की ओर कदम

इस सफलता के साथ, ISRO ने भविष्य के महत्वाकांक्षी मिशनों, जैसे Moon Mission और भारतीय स्पेस स्टेशन प्रोजेक्ट, के लिए एक ठोस आधार तैयार किया है। SpaDeX मिशन अंतरिक्ष में भारत की तकनीकी क्षमताओं को और मजबूत करेगा।

ISRO का विजन

ISRO के इस प्रदर्शन ने भारत को अंतरिक्ष विज्ञान में अग्रणी बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाया है। SpaDeX तकनीक भविष्य में इंटरप्लेनेटरी मिशनों और अंतरिक्ष अन्वेषण को और अधिक आसान और कुशल बनाएगी।

Exit mobile version