तबाही की तैयारी कर रहा चीन! सैटेलाइट तस्वीरों ने खोले राज
The secrets of China's nuclear test preparations have been revealed through satellite photos. सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए चीन के परमाणु परीक्षण की तैयारियों के राज खुल गए हैं.
2024 में जियो-पॉलिटिक्स में बहुत बड़ा भूकंप आने वाला है. चालबाज चीन ने तबाही की तैयारी शुरू कर दी हैं. चीन ने लगभग छह दशक पहले लोप नूर में परमाणु बम का परीक्षण किया था. उसी जगह सैटेलाइट के जरिए एक बार फिर हलचल देखी गई. जिसने पूरी दुनिया की टेंशन बढ़ा दी है. सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर आशंका जताई गई है, कि चीन जल्द ही परमाणु बम का परीक्षण करने वाला है.
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन...उइगर मुस्लिमों के बहुल्य क्षेत्र शिनजियांग में अपने लोप नुर बेस पर परमाणु बम का टेस्ट कर सकता है. इसके लिए वो सीक्रेट न्यूक्लियर बेस का पुननिर्माण कर रहा है. चीन के सैन्य परिसर से जो तस्वीरें आ रही हैं, उससे पता चलता है कि जो बोरहोल खोदा गया है वो करीब आधा किलोमीटर गहरा है. चीन इसी में न्यूक्लियर टेस्ट करेगा. ताकि, परमाणु बम विस्फोट के बाद उसके रेडिएशन को फैलने से रोका जा सके. चीन ने इसके लिए अपने सैन्य परिसर में कई तरह के बदलाव किए हैं.
अगर चीन परमाणु बम का परीक्षण करता है, तो निश्चित तौर पर परमाणु बम बनाने की होड़ काफी तेज हो जाएगी. इसके बाद कई देश, परमाणु बम बनाने की रेस में शामिल हो सकते हैं. वहीं, चीन को लेकर आई इस रिपोर्ट ने अमेरिका तक की सांसे फुला दी हैं. क्योंकि अगर चीन परमाणु बम का टेस्ट करता है, तो फिर ईरान को न्यूक्लियर टेस्ट से रोकने के लिए कोई नैतिक आधार नहीं बचेगा.
बता दें कि, ये पहली बार नहीं है जब चीन को लेकर ऐसी खबरें सामने आई हों. अप्रैल 2020 में भी अमेरिकी विदेश विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया था, कि चीन ने गुप्त निम्न-स्तरीय भूमिगत परमाणु परीक्षण विस्फोट किए हैं. हालांकि, तब चीन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था.
ऐसे में अब सवाल उठता है कि, अगर चीन परमाणु परिक्षण करता है तो इसका भारत पर क्या असर पड़ेगा? तो बता दें कि, सीमा विवाद के कारण चीन और भारत के रिश्ते काफी तल्ख बने हुए हैं. साथ ही दोनों देश हिंद महासागर पर भी अपनी-अपनी बढ़त बनाने की कोशिश में जुटे हैं. लेकिन, चीन की तुलना में भारत के पास कम परमाणु हथियार हैं. ऐसे में अगर चीन परमाणु हथियार का सफलता पूर्वक परिक्षण कर लेता है तो, वो और ज्यादा ताकतवर हो जाएगा. जिसका नुकसान भारत को उठाना पड़ सकता है.