मुंबई के धारावी में मस्जिद कमेटी खुद ही तोड़ रही अवैध निर्माण, सबसे पहले गुंबद पर चला हथौड़ा

मस्जिद ट्रस्ट ने खुद धारावी की महबूब ए सुभानिया मस्जिद में अवैध निर्माण को तोड़ने का वादा किया था। इस वादे की मियाद खत्म हुए करीब 5 दिन हो गए लेकिन मस्जिद को तोड़ने का काम आज शुरू हुआ है।

मुंबई के धारावी में मस्जिद कमेटी खुद ही तोड़ रही अवैध निर्माण, सबसे पहले गुंबद पर चला हथौड़ा

मुंबई के धारावी में अवैध मस्जिद तोड़े जानी की मियाद आज खत्म हो चुकी है और अब मस्जिद को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हो गई है। मस्जिद कमेटी खुद ही अवैध हिस्से को तोड़ रही है। बीएमसी इंजीनियर्स के मार्गदर्शन में मस्जिद ट्रस्ट यह कार्रवाई खुद कर रहा है। सबसे पहले मस्जिद के ऊपर बना अवैध गुंबद तोड़ा जाएगा, इसके बाद अन्य अवैध हिस्सों को तोड़ा जाएगा।

मस्जिद कमेटी ने किया था अवैध निर्माण को तोड़ने का वादा

इससे पहले मस्जिद ट्रस्ट ने अवैध निर्माण के कुछ हिस्से को हरे रंग के परदे से कवर कर दिया था। बीएमसी की टीम यहां निरीक्षण करने पहुंची थी। मस्जिद ट्रस्ट का कहना है कि जो भी कार्रवाई होगी वो कानून के तहत होगी। इससे पहले मस्जिद ट्रस्ट ने खुद धारावी की महबूब ए सुभानिया मस्जिद में अवैध निर्माण को तोड़ने का वादा किया था। इस वादे की मियाद खत्म हुए करीब 5 दिन हो गए लेकिन मस्जिद को तोड़ने का काम आज शुरू हुआ है।

वहीं पुणे में भी अवैध मस्जिद तोड़े जाने पर हंगामा मच गया है। इसके अलावा आज हिमाचल के कुल्लू में अवैध मस्जिद के खिलाफ हिंदू संगठन हल्ला बोल रहे हैं, विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

पुणे में अवैध मस्जिद और मदरसे पर चला बुलडोजर

पुणे में भी अवैध मस्जिद और मदरसे पर बुलडोजर एक्शन हुआ है। अवैध निर्माण के खिलाफ महानगर निगम ने आधी रात में ये कार्रवाई की है। महानगर निगम का ये एक्शन हाईकोर्ट के आदेश के बाद हुआ है जिसमें कहा गया था कि पुणे के पिंपरी चिंचवड़ में जितने भी अवैध धर्म स्थल हैं, उसे तोड़ा जाए। 6 महीने पहले महानगर निगम ने ऐसे सभी अवैध निर्माण वाले धर्म स्थलों को नोटिस भी भेजा था लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया जिसके बाद महानगर निगम ने ये कार्रवाई की। मस्जिद और मदरसे पर बुलडोज़र एक्शन का वहां के मुसलमान जमकर विरोध कर रहे हैं।

मस्जिद में चलाया जा रहा था मदरसा

बता दें कि ये पूरा मामला पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ का है। 25 साल पहले यहां मस्जिद का निर्माण हुआ था लेकिन बीते कुछ सालों पहले यहां दारुल उलूम जामिआ इन आमिया नाम से मदरसा चलाया जा रहा था। इसके खिलाफ हिंदू संगठनों ने शिकायत की। इस बीच हाईकोर्ट ने इलाके के सभी अवैध धर्मस्थलों को तोड़ने का आदेश भी जारी कर दिया और फिर कल रात महानगर निगम ने अवैध निर्माण पर बुलडोज़र चला दिया। इस कार्रवाई में मदरसा पूरी तरह तो मस्जिद का कुछ हिस्सा भी अवैध निर्माण होने की वजह से गिराया गया है।