इंदौर के इस कांग्रेस प्रत्याशी ने आखिरी दिन क्यों बदला पाला? ये है वजह!

मध्यप्रदेश के इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और BJP विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर जाकर नामांकन वापस ले लिया. Congress candidate from Indore, Madhya Pradesh, Akshay Kanti Bam along with Minister Kailash Vijayvargiya and BJP MLA Ramesh Mendola went to the Collector and withdrew his nomination.

इंदौर के इस कांग्रेस प्रत्याशी ने आखिरी दिन क्यों बदला पाला? ये है वजह!

19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल 7 चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान होने है, जिसके परिणाम 4 जून को सामने आएंगे. लोकसभा चुनाव 2024 में पहले और दूसरे फेज की वोटिंग पूरी हो चुकी है, जिसके बाद अब तीसरे फेज की वोटिंग 07 मई को होनी है.  

लेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश की कांग्रेस पार्टी को अपने ही नेता की वजह से बहुत बड़ा झटका लगा है. MP की सीट से  नमांकन वापस लेने के आखिरी दिन सूरत जैसा खेला हो गया है. कांग्रेस के इस नेता ने ऐसे समय में खेला किया है कि अब कांग्रेस के पास शायद ही कोई विकल्प बचा है.  

गुजरात के सूरत लोकसभा सीट 

अभी हाल ही में गुजरात के सूरत लोकसभा सीट की काफी चर्चा हो रही थी, क्योंकि सूरत में BJP प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई है. उनके खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने की वजह से बाकी बचे निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिया, जिसके बाद यहां से BJP प्रत्याशी मुकेश दलाल को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया था.  

कांग्रेस प्रत्याशी ने वापस लिया अपना नामांकन 

और अब वहीं सूरत लोकसभा सीट जैसा हाल मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है. मध्यप्रदेश के इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और BJP विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर जाकर नामांकन वापस ले लिया. 

ट्वीट कर शेयर की सेल्फी 

नामांकन वापस लेने के बाद अक्षय सीधे BJP कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस छोड़ BJP का दामन थाम लिया है. इस बात की जानकारी BJP के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय कांती बम के साथ एक सेल्फी ट्वीट करते हुए लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोजी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री  जेपी नड्डा जी, मुख्यमंत्री  डॉ मोहन यादव जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री वीडी शर्मा जी के नेतृत्व में BJP में स्वागत है.  

कांग्रेस प्रत्याशी ने क्यों छोड़ी पार्टी 

बता दे कि अक्षय कांति बम का नाम एक जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है. अक्षय के नामांकन के बाद से पुलिस ने इस केस में गवाहों के बयान दर्ज करवाए, जिससे अक्षय पर दबाव बढ़ गया. इस मामले में पुलिस ने 307 जैसी धारा भी लगा सकती है, जो हाफ मर्डर की धारा है. उनके कॉलेज से जुड़ा एक मामले में भी उन पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर शिक्षा विभाग से इसकी मान्यता ली. अब शिक्षा विभाग ने कॉलेज की मान्यता संबंधी अनियमिताओं कीजांच के लिए कमेटी बनाई थी. कमेटी की सिफारिशों केआधार पर विभाग उनकी मान्यता भी रह्द कर सकता है.