शुरू हुआ चंपई सरकार का फ्लोर टेस्ट, झारखंड विधानसभा पहुंचे हेमंत सोरेन

झारखंड की राजनीति में हलचल बढ़ रही है सबकी नजरें चंपई सोरेन के फ्लोर टेस्ट पर ही टिकी हुई हैं. There is increasing stir in the politics of Jharkhand. Everyone's eyes are fixed on the floor test of Champai Soren.

शुरू हुआ चंपई सरकार का फ्लोर टेस्ट, झारखंड विधानसभा पहुंचे हेमंत सोरेन

झारखंड में फ्लोर टेस्ट को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. जेएमएम और कांग्रेस ने व्हीप जारी कर सभी विधायकों को फ्लोर टेस्ट में उपस्थित रहने का आदेश दिया है. देश की सियासत में इस समय तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद चर्चा का विषय बना हुआ है. चंपई सोरेन के झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले झामुमो के सभी विधायकों को खरीद फरोख्त से बचाने के लिए हैदराबाद भेजा गया था. लेकिन अब सभी विधायक रांची वापस आ गए है.  

हेमंत सोरेन भी पहुंचे विधानसभा 

चंपई सोरेन ने भले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है, लेकिन उनकी असली शक्ति परीक्षा आज है. विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए चंपई सोरेन को 41 विधायकों का समर्थन चाहिए. वहीं, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी विधानसभा पहुंच गए हैं. फ्लोर टेस्ट से पहले जेएमएम और कांग्रेस ने व्हिप जारी किया है. चंपई सोरेन सरकार का आज फ्लोर टेस्ट है। शपथ लेने से पहले चंपई सोरेन ने राज्यपाल को 42 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था. अदालत ने फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए हेमंत सोरेन को भी अनुमति दे दी थी. 

राहुल गांधी की वजह से कांग्रेस विधायक महीं गए

जेएमएम और कांग्रेस के सभी 36 विधायक रविवार को ही रांची लौट आए थे. वहीं जेएमएम के विधायक लोबिन हेम्ब्रोम पार्टी से नाराज चल रहे हैं इसलिए वे हैदराबाद भी नहीं गए थे, लेकिन उन्होंने चंपई सोरेन सरकार के सपोर्ट में वोट करने की घोषणा की है. बताया जा रहा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की वजह से कांग्रेस के कुछ विधायक झारखंड में ही रुके थे. 

जेएमम-कांग्रेस के कई विधायक है नाराज 

झारखंड की बीजेपी ने कहा कि चंपई सोरेन के पास बहुत ज्यादा बहुमत नहीं है क्योंकि जेएमम और कांग्रेस के कई विधायक नाराज चल रहे हैं. ऐसा अनुमान है कि चंपई सोरेन सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो सकती है, इसके पीछे की वजह यह है कि हेमंत सोरेन की सरकार को 48 विधायकों को समर्थन प्राप्त था.