प्रदूषण को लेकर स्वाती मालीवाल ने दिल्ली सरकार पर साधा निशाना, लिखा- 'मीटिंग-मीटिंग' का खेल शुरू
स्वाती मालीवाल ने स्मॉग टॉवर को लेकर दिल्ली सरकार को घेरा है। इसके साथ ही पराली गलाने वाले घोल और टूटी सड़कों पर भी सवाल खड़े किए हैं।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है। स्वाती मालीवाल ने दिल्ली सरकार की तैयारी को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि 20 करोड़ की लागत से बना स्मॉग टॉवर क्यों बंद है। सड़कें क्यों टूटी हुई हैं और प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों पर क्यों कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने पराली गलाने वाले घोल और पटाखों पर बैन को लेकर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने निजी जश्न में जमकर पटाखे फोड़े, लेकिन अब जनता के लिए पटाखे बैन कर दिए गए हैं।
स्वाती मालीवाल ने लिखा " प्रदूषण आते ही सरकार नींद से जाग जाती है। शुरू हो जाता है “मीटिंग-मीटिंग” का खेल। करते रहिए मीटिंग मीटिंग, लेकिन ये बताइए -
1. CP में ₹20 crore की लागत से बना स्मॉग टावर जिसका दुनिया में प्रचार हुआ वो बंद क्यों पड़ा है?
2. डस्ट पोल्युशन चरम पर है, सड़कें टूटी फूटी हैं, इतने समय से सड़कें ऐसी हालत में क्यों छोड़ी? सड़क की mechanical sweeping के वादे का क्या हुआ?
3. जिस पराली गलाने वाले जादुई घोल का इतना प्रचार किया गया वो कहाँ गया?
4. कितनी प्रदूषण फैलाने वाली फ़ैक्टरियों पर कार्यवाही की गई?
5. अपने निजी जश्न में जमकर पटाके फोड़े, अब जनता के लिए दिवाली पर पटाके बैन, आगे जाकर Odd-Even जनता झेले, कंस्ट्रक्शन लेबर बेरोज़गार होगी, दिल्ली गैस चेंबर बनेगी।"
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ा
दिल्ली की हवा और पानी में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बेहद खतरनाक होता जा रहा है। एक्यूआई का आंकड़ा कई इलाकों में 300 से ज्यादा है, जबकि आदर्श स्थिति में इसे 50 के करीब होना चाहिए। दिल्ली की हवा के साथ-साथ यमुना नदी में भी अब सफेद जहरीला झाग तैर रहा है। दिल्ली में ग्रैप-1 लागू हो चुका है। दिल्ली सरकार प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए हाई लेवल मीटिंग्स भी कर रही है। सरकार का दावा भी है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, ये कदम कोई प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे। इसी वजह से स्वाती मालीवाल ने दिल्ली सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
इन जगहों पर एक्यूआई 300 से ऊपर
दिल्ली के लोग पिछले चार दिन से बेहद खराब हवा में सांस ले रहे हैं। गुरुवार को भी दिल्ली में 13 जांच केंद्र ‘रेड जोन’ में रहे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, 13 केंद्रों (अशोक विहार, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, रोहिणी, बवाना, बुराड़ी, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, ओखला फेज 2, शादीपुर और विवेक विहार) में ‘रीडिंग’ 300 से ऊपर दर्ज की गई।