Alert: भारत तक पहुंची चीन की रहस्यमयी बीमारी! इस राज्य में मिले 2 केस
Cases of mysterious disease spread in China have now been found in India. चीन में फैली रहस्यमयी बीमारी के केस अब भारत में मिले हैं.
उत्तराखंड में चीन में फैली बीमारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट जारी करने के बाद हर एक चीज पर बारीकी सी नजर रखी जा रही थी. इसी क्रम में उत्तराखंड के बागेश्वर में दो बच्चों में इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण पाए गए हैं. इसको लेकर बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं.
चीन में तेजी से बच्चों में श्वास संबंधी संक्रमण फैल रहा है. हर रोज वहीं बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. कोरोना के बाद अब चीन से सामने आई इस बीमारी को लेकर देश के लगभग सभी राज्य भी अलर्ट पर हैं. चीन में फैली माइक्रो प्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लो को लेकर उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. जिसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है. अब अलर्ट के बाद बागेश्वर जिले में दो बच्चों में इन्फ्लूएंजा फ्लू जैसे लक्षण देखे गए हैं. दोनों के सैंपल जांच के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल भेजे गए हैं और जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है.
हल्द्वानी में जांच के लिए भेजे सैंपल
बागेश्वर में बुधवार के दिन जिला अस्पताल में दो बच्चों को लाया गया था. उन्हें सांस लेने में तकलीफ के साथ इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण की आशंका को देखते हुए डॉक्टर ने सैंपल सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में जांच के लिए भेजे हैं. जांच रिपोर्ट 4 से 5 दिन में आ जाएगी. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही आगे कोई निर्णय लिया जाएगा कि यह वायरस वही है या फिर नहीं है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर पूरी तरह से सतर्क दिखाई दे रहा है.
अस्पतालों को दिए गए ये आदेश
बताया जा रहा है कि इस बीमारी के पांचवें स्टेज में ऑक्सीजन की जरूरत होती है. इसको लेकर प्रदेश भर के तमाम अस्पतालों को अलर्ट जारी किया गया है. सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन की पूरी मात्रा रखने को कहा गया है. साथ ही वेंटिलेटर व अन्य सामानों को भी तैयार रखने के आदेश दिए गए हैं. अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं.
अलर्ट मोड पर सरकार
उत्तराखंड के सभी जिलाधिकारी और सीएमओ को उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अलर्ट मोड पर रखा गया है. स्वास्थ्य सचिव और राजेश कुमार ने आदेश जारी करते हुए सभी को हिदायत दी है कि बीमारी के प्रति पूरी तरह से सतर्क रहें, हॉस्पिटलों में व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से रखी जाए और किसी भी चीज के प्रति लापरवाही न बरती जाए.