Arvind Kejriwal के बाद दुर्गेश पाठक पर लटकी ED की तलवार, भेजा समन, होगी इस मामले में पूछताछ

दुर्गेश पाठक का नाम गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान पैसों के लेन-देन वाले मामले में सामने आया है, इसलिए ED ने उन्हें समन भेजा है. Durgesh Pathak's name has come up in the money transaction case during Goa Assembly elections, hence ED has sent summons to him.

Arvind Kejriwal के बाद दुर्गेश पाठक पर लटकी ED की तलवार, भेजा समन, होगी इस मामले में पूछताछ

लोकसभा चुनाव की तैयारियां  पूरी हो चुकी हैं, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी कर दिया है. 19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल सात चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान किए जाएंगे, जिसके परिणाम 4 जून को सामने आएंगे.   

दुर्गेश पाठक को भेजा समन 

इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है. दिल्ली शराब घोटाले में ED ने अब उनके विधायक दुर्गेश पाठक को समन भेज आज ही पेश होने के निर्देश दिए गए है.  

अरविंद केजरीवाल खुद इसी मामले में 21 मार्च से ED की हिरासत में हैं. उनकी जमानत याचिका पर भी दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित हुआ है. इस बीच उनके विधायक को ED का समन मिलना बड़े झटके तौर पर देखा जा रहा है. उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, ऐसे में पार्टी को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है.   

आतिशी ने उठाए BJP पर सवाल  

बता दें कि ED ने दुर्गेश पाठक को समन भेजकर तलब किया है, जबकि हाल ही में दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मार्लेना ने ED पर सवाल उठाते हुए कहा कि आने वाले कुछ महीनों में उन्हें, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज समेत कई आप नेताओं को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.  

आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरोप लगाया कि BJP आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश रच रही है. BJP ने उन्हें ऑफर किया है कि वे BJP जॉइन कर लें, नहीं तो जेल जाने के लिए तैयार रहे. उन्होंने BJP पर आप नेताओं को खरीदने की कोशिश करने के आरोप भी लगाए थे.    

दिल्ली के विधायक दुर्गेश पाठक

दुर्गेश पाठक का नाम गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान पैसों के लेन-देन वाले मामले में सामने आया है, इसलिए ED ने उन्हें समन भेजा है. गोवा विधानसभा चुनाव के समय दुर्गेश पाठक वहां पार्टी के प्रभारी थे. इस समय वे दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक हैं. दुर्गेश पाठक साल 2012 से आप पार्टी से जुड़े थे, जब पार्टी का गठन किया गया था.