रामलला के लिए एक अनोखी भेंट... सीएम योगी ने की अपील

जयपुर के एक राम भक्त कारीगर ने सोने-चांदी की थाली बनाकर राम मंदिर को भेंट की है. A Ram devotee artisan from Jaipur has made a gold and silver plate and presented it to the Ram temple.

रामलला के लिए एक अनोखी भेंट... सीएम योगी ने की अपील

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. राम मंदिर के लिए लोगों का जोश ओर जुनून कुछ ऐसा है कि हर कोई अपनी ओर से कुछ न कुछ भेंट कर रहा है. रामलला के लिए देश हीं नहीं विदेशों से भी उपहार आ रहे हैं. ऐसा ही एक उपहार राजस्थान से आया है जिसमें सोने-चांदी से निर्मित भगवान के भोग का थाल है. यह  थाल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को प्रदान किया गया है. थाल के नीचे का हिस्सा 24 कैरेट सोने का है जिसमें चांदी के हनुमान जी बने हुए हैं जिसमें 15 श्लोक लिखे हैं, जो सुंदरकांड से लिए गए हैं. 

जयपुर के एक राम भक्त कारीगर ने इसे बनाया है, और सुंदर कांड के कई श्लोक उस पर उकेरे गए है. हनुमान जी पहाड़ उठाये मुद्रा में बैठे हुए हैं और उसके ऊपर एक बड़ी सी चांदी की थाल है. चांदी की थाल के ऊपर कमल पुष्प के रूप में कटोरी पात्र हैं, एक चांदी का कलश है जिसमें भगवान श्री राम का तिलक, ध्वज, सूर्य बना हुआ है और भगवान श्री राम के रथ के रूप में कलश के नीचे के हिस्से में चार अश्व घोड़ा बना हुआ है. घोड़े की पीठ पर यह कलश स्थापित है. यह भोग की थाल 22 जनवरी के दिन भगवान श्री राम को भोग के रूप में अर्पित की जाएगी. 

सीएम योगी ने की अपील

कई शताब्दियों के बाद आने वाले इस पल के दर्शन कर श्रद्धालुओं को आनंद की अनुभूति होगी. यह भारत के विश्वास व लोकआस्था, गौरव की पुर्नप्रतिष्ठा का कार्यक्रम है. सीएम योगी ने विश्वास दिलाया कि अभी तक जैसे सभी कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुए हैं, वैसे ही 22 जनवरी का कार्यक्रम भी ऐतिहासिक होगा. जनता के सहयोग, संतों के आशीर्वाद और रामलला की कृपा से इसे सकुशल संपन्न करने में सफल होंगे. 

सीएम ने कहा कि पांच सदी के बाद यह अवसर आया है इसलिए हर किसी के मन में उमंग व उत्साह का भाव है. हर श्रद्धालु दर्शन करना चाहता है. जो भावनाएं आपके मन में हैं, वहीं हमारे मन में भी है. मेरी सभी से अपील है कि बेहतर तालमेल व समन्वय के साथ दर्शन करें. भीषण शीतलहरी चल रही है. पैदल न आएं. हम सभी का दायित्व है कि अव्यवस्था की स्थिति न बने.