फिल्न से 'जय श्री राम' हटा, सेंसर बोर्ड पर भड़के फिल्न निर्माता KC Bokadia

सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को अप्रूव तो किया लेकिन सिर्फ वयस्कों के सेंसर सर्टिफिकेट के साथ फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दी है. इस फिल्म में 14 कट्स यानी बदलाव करने को कहा गया है, जिन सीन में 'जय श्री राम' कहा गया है. The Censor Board approved this film but allowed the film to be released only with an adult censor certificate. In this film, 14 cuts have been made in the scenes in which 'Jai Shri Ram' is said.

फिल्न से 'जय श्री राम' हटा, सेंसर बोर्ड पर भड़के फिल्न निर्माता KC Bokadia

भारत में फिल्मों का क्रेज अलग ही लेवल का देखने को मिलता है. पब्लिक भारतीय फिल्मों के साथ विदेशी फिल्मों का भी शौक रखती है. लेकिन भारत में सेंसर बोर्ड से पास हुए बिना कोई भी फिल्म रिलीज नहीं की जाती, बिना अप्रूवल के फिल्म रिलीज करना असंभव है. इसी प्रोसेस से सारी फिल्मों को भी गुजरना होता है. वहीं इसी कड़ी में बॉलिवुड में कई फिल्मों और धारावाहिकों को बनाने वाले मशहूर निर्माता और निर्देशक के.सी. बोकाडिया की हालिया फिल्म 'तीसरी बेगम' भी सेंसर बोर्ड के पास अप्रूवल के लिए गई. 

सेंसर बोर्ड ने किया इंकार 

फिल्म को सेंसर बोर्ड की परीक्षण समिति (एक्जामिनिंग कमेटी) ने देखने के बाद इसे सेंसर सर्टिफिकेट देने से साफ इंकार कर दिया क्योंकि ये फिल्म समाज में प्रचलित सामान्य और औचक घटनाओं को एक परंपरा के रूप में दिखाती है और इससे एक समुदाय विशेष के खिलाफ वैमनस्य फैलता है. इस फिल्म में बदलाव के लिए सेंसर बोर्ड ने बोकाडिया को 14 दिन का समय दिया है. यह फिल्म रिवीजन कमेटी के पास गई, जिसके बाद बोकाडिया ने सेंसर सर्टिफिकेट के लिए फिर से आवेदन किया है. 

फिल्म में किए गए बदलाव 

लेकिन अब सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को अप्रूव तो किया लेकिन  सिर्फ वयस्कों के सेंसर सर्टिफिकेट के साथ फिल्म को रिलीज करने की अनुमति दी है. इस फिल्म में 14 कट्स यानी बदलाव करने को कहा गया है, जिन सीन में 'जय श्री राम' कहा गया है. इस मामले में बोकाडिया ने कहते है कि ‘इन कट्स में से मुझे सबसे ज्यादा आपत्ति उस बिंदु को लेकर है जिसमें ‘जय श्री राम’ हटाने की बात कही गई है. राम हमारी आस्था के केंद्रबिंदु हैं और फिल्म में ये बात एक ऐसा किरदार कह रहा है जो खुद पर हमलावर हुए शख्स की शरण में है.’

अनुमति नहीं, तो जाएंगे हाईकोर्ट 

उन्होंने आगे कहा कि यदि कोई हमलावर किसी की जान लेने पर आमादा है और अपनी जान बचाने के लिए वह शख्स प्रभु श्रीराम के नाम का उच्चारण ले रहा हो तो उसे ‘जय श्री राम’ कहने से भारत में तो शायद ही कोई रोकना चाहेगा. फिल्म का सीन भी यही है जिसमें एक व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर तीसरी शादी करता है और फिल्म के अंत में अपनी गलती को मानता है और अपनी जान बचाने के लिए प्रभु श्री राम की दुहाई देता है. उन्होने आगे गर्व से कहा कि मैं मर जाऊंगा लेकिन फिल्म से जय श्री राम नहीं हटाऊंगा. मैंने अपनी बात सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी तक भी पहुंचा दी है और अगर तब भी बोर्ड से फिल्म में ‘जय श्री राम’ शब्दों के साथ रिलीज करने की अनुमति नहीं मिली तो मैं इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाऊंगा.’