राम मंदिर पर विधवा विलाप कर रहे थे, पुजारी ने उद्धव और संजय को लताड़ा ! 

Ram temple priest Acharya Satyendra Das targets Uddhav Thackeray and Sanjay Raut. राम मंदिर के पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने उद्धव ठाकरे और संजय राउत पर साधा निशाना.

राम मंदिर पर विधवा विलाप कर रहे थे, पुजारी ने उद्धव और संजय को लताड़ा ! 

सौकड़ों सालों के संघर्ष के बाद अब भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. ये कार्यक्रम इतना भव्य होने वाला है कि, दुनिया की आंखे खुली की खुली रह जाएंगी. इसी कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बांटने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. लेकिन, भारत के विपक्ष की मानों किसी ने बुद्धी ही हर ली है. बीजेपी का विरोध करते-करते अब वो भगवान राम का भी बहिष्कार करने पर उतारू हैं. विपक्ष प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर अपनी रोटियां सेकने से बाज नहीं आ रहा. ऐसे में इस राम विरोधियों को राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ऐसा जवाब दिया है, जिसकी हर तरफ चर्चा है.

दरअसल, उद्धव गुट की शिवसेना ने राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर सवाल खड़े किए थे. संजय राउत और उद्धव ठाकरे ने इसे बीजेपी का कार्यक्रम तक बता दिया था. साथ ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण को लेकर भी एक बड़ा दावा किया था. जिसपर अब आचार्य सत्येंद्र दास ने उन्होंने करारा जवाब दिया था. 

निमंत्रण न दिए जाने को लेकर उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उद्घाटन समारोह को राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील नहीं किया जाना चाहिए या किसी एक पार्टी के इर्द-गिर्द नहीं घूमना चाहिए. वहीं, संजय राउत ने तो यहां तक कह दिया था कि...बीजेपी लोकसभा चुनाव में भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि, उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन का निमंत्रण नहीं मिला है. इन्हीं बयानों पर अब राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का जवाब आया है. 

आचार्य सत्येंद्र दास ने साफ-साफ कह दिया है कि, 'निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया जाता है...जो भगवान राम के भक्त हैं. ये पूरी तरह से गलत है कि, बीजेपी भगवान राम के नाम पर लड़ रही है. हमारे प्रधान मंत्री नरेद्र मोदी का हर जगह सम्मान किया जाता है. उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत काम किया है. ये राजनीति नहीं है. ये उनकी भक्ति है.'

आचार्य सत्येन्द्र दास ने आगे कहा कि, 'संजय राउत को इतना दर्द है कि वो बता नहीं सकते. ये वही लोग हैं जो भगवान राम के नाम पर चुनाव लड़ते थे. जो लोग भगवान राम को मानते थे वे सत्ता में हैं. वो किस बकवास की बात कर रहे हैं?'