लद्दाख में दिल्ली के बराबर जमीन हड़प ली, चीन को संभाल नहीं पाए मोदी; US में राहुल का बड़ा हमला
अमेरिका में राहुल गांधी के सिखों पर दिए गए बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। भारत में विरोध झेल रहे राहुल का खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने समर्थन किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक अमेरिका में सिखों पर टिप्पणी करके एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। वॉशिंगटन डीसी में एक भाषण के दौरान उन्होंने भारत में सिखों की स्थिति पर सवाल उठाए थे। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में कई खालिस्तानी चरमपंथी मौजूद थे। इस बयान को लेकर भारत में हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी ने उन्हें याद दिलवाया था कि वह कांग्रेस ही थी जिनके शासन के दौरान देश में 3000 सिखों को मारा गया था। अब इस बयान को खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखिया आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने समर्थन दे कर विवाद को और हवा दे दी है।
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक अलगाववादी नेता पन्नू ने एक बयान जारी कर कहा, "भारत में सिखों के लिए अस्तित्व का खतरा है। राहुल का बयान न केवल साहसिक है बल्कि 1947 से भारत में सिखों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया है उसके तथ्यात्मक इतिहास पर भी आधारित है। यह सिख मातृभूमि खालिस्तान की स्थापना के लिए जनमत संग्रह के लक्ष्य पर SFJ के रुख की भी पुष्टि करता है।"
क्या कहा था राहुल ने
इससे पहले राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान कहा था, “सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि यह लड़ाई किस बारे में है? लड़ाई राजनीति की नहीं हैं लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं, एक सिख के रूप में उन्हें भारत में कड़ा पहनने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। क्या एक सिख गुरुद्वारा जाने में सक्षम होगा? लड़ाई इसी बारे में है और सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि सभी धर्म के लिए है।”
आतंकियों को बढ़ावा दे रहे राहुल
इस बयान को लेकर देश में राहुल की जमकर आलोचना हो रही है। सरकारी सूत्रों ने इसे कांग्रेस सांसद के विवेकहीन व्यवहार का एक और उदाहरण बताया है। एक सूत्र ने कहा, "ऐसा तब होता है जब आप बिना ब्रीफिंग के बोलना शुरू करते हैं। बाहर देश के खिलाफ बोलने से पन्नू जैसे लोगों को बढ़ावा मिलता है। भारत में कोई भी सिख दुखी नहीं है और आंतरिक मामलों को आंतरिक रूप से सुलझाया जाएगा।"
केंद्रीय मंत्री ने राहुल पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी राहुल गांधी की टिप्पणियों की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि उनकी भाषा खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू के लहजे से मेल खाती है जो भारत में आतंकवाद के आरोपों में वांटेड है। हरदीप पुरी ने कहा, "राहुल की भाषा भगोड़े और न्यूयॉर्क में रहने वाले पन्नू से काफी मिलती-जुलती है। क्या वह उससे मिल रहे हैं?" वहीं बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने राहुल को 1984 में कांग्रेस राज के दौरान सिख दंगों को याद दिलाते हुए इस तरह के बयान को दोहराने पर उन्हें कोर्ट में घसीटने की धमकी दी है।