अब टूकड़े-टूकड़े होगा पाकिस्तान! बलूच महिलाओं छेड़ा भीषण विद्रोह

Baloch women are protesting against Pakistan government and army. बलोच महिलाएं पाकिस्तान सरकार और सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही हैं.

अब टूकड़े-टूकड़े होगा पाकिस्तान! बलूच महिलाओं छेड़ा भीषण विद्रोह

एक बार फिर पाकिस्तान दो भागों में बंटने वाला है. पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े होने वाले हैं. इस बार पाकिस्तान के हाथ से बलूचिस्तान निकल जाएगा. या फिर, बलूच महिलाएं तख्तापलट कर देंगी. बलूच महिलाएं इस्लामाबाद की तरफ कूच कर चुकी हैं. इस मार्च को रोकने के लिए पाकिस्तान की कार्यवाहक काकर सरकार ने बेहद कड़ा रुख दिखाया. पाकिस्तान की गीदड़ सेना ने भी खूब जुल्म ढाए. लेकिन, बावजूद इसके...इन महिलाओं का ना हौसला पस्त हुआ ना कदम रुके हैं. ये महिलाएं काकर सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए पाकिस्तान की छाती पर तढ़ बैठी हैं.

इस्लामाबाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नेशनल प्रेस क्लब तक पहुंचने से रोकने के लिए जगह-जगह बैरिकेड लगाकर लठियां बरसाईं और आंसू गैस के गोले दागे. इस दौरान सैकड़ों लोगों को हिरासत में भी लिया गया. शांतिपूर्ण तरीके से हो रहे इस प्रदर्शन पर जिस तरह का रुख पाक के सुरक्षाबलों और पुलिस ने दिखाया है, उसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. सवाल कि, पाकिस्तान की सेना और सरकार बलूच महिलाओं के इस 'सत्याग्रह' से डर क्यों रही है? सवाल कि, पाकिस्तान सरकार, इन महिलाओं को प्रदर्शन की इजाजत क्यों नहीं दे रही है? लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि आखिर ये महिलाएं विरोध प्रदर्शन कर क्यों रही हैं. 

बता दें कि, बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक राज्य है. लेकिन, यहां के लोग अपनी पहचान पाकिस्तान से अलग मानते हैं. अंग्रेजी शासनकाल के दौरान बलूचिस्तान में चार राज्य थे. जिनमें से तीन का पाकिस्तान में विलय हो गया. लेकिन, कलात राज्य ने 1947 में ही खुद को आजाद घोषित कर दिया था. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने यहां हमला बोलकर जबरन कलात पर कब्जा कर लिया. इसके बाद बलूचिस्तान में विरोध के सुर उठते रहते हैं और पाकिस्तान सेना अपनी दमनकारी नीति से उन्हें दबाने की कोशिश करती है. 

बलूचिस्तान में सुरक्षाबलों की ज्यादती की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं. बलूच आबादी को पाकिस्तान में कभी भी समान नागरिक नहीं माना गया है. पाकिस्तानी सुरक्षा बल बलूच युवकों को गायब कर देते हैं और कई बार उनकी हत्या कर दी जाती है. इसी तरह की घटनाओं को लेकर हजारों की संख्या में बलूच महिलाओं ने इस्लामाबाद घेरने का ऐलान किया है.

नवंबर में भी एक बलोच शख्स की पुलिस हिरासत में मौत हुई थी, जिसके बाद बलूचिस्तान के लोगों में गुस्सा है. बलोच यकजेहती कमेटी के आह्वान पर बलोच लोगों ने बीते दिनों बलूचिस्तान से इस्लामाबाद के लिए लॉन्ग मार्च का ऐलान किया था. ये मार्च बलूचिस्तान और पंजाब के कई जिलों से होता हुआ इस्लामाबाद पहुंचा है. वहीं, पाकिस्तान की नाकारा सरकार इन महिलाओं की बात सुनने की बजाय, इनपर जुल्म ढा रही है. उनको जेल में ठूंसा जा रहा है. लेकिन, बलोच महिलाएं शायद इस बार इरादा पक्का कर के आई हैं... कि, या तो उन्हें न्याय मिलेगा...या पाकिस्तान के टूकड़े होंगे और बलूचिस्तान उसके हाथ स जाएगा.