पीएम मोदी ने दी जनता को सौगात, जल्द होगी अंडरवॉटर मेट्रो की सेवाएं

देश में जल्द ही पानी के नीचे से मेट्रो रेल सरपट दौड़ने वाली है. देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो जो हावड़ा से कोलकाता के बीच दौड़ेगी. Metro rail is soon going to run under water in the country. The country's first underwater metro which will run between Howrah and Kolkata.

पीएम मोदी ने दी जनता को सौगात, जल्द होगी अंडरवॉटर मेट्रो की सेवाएं

भारत को थर्ड वर्ल्ड कंट्री कहने वाले देशों के मुंह पर अब तगड़ा तमाचा लगने वाला है क्योंकि भारत में विकास की रफ्तार विकसित देशों से भी तेज हो रही है. इसी दिशा में भारत लगातार नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर सबके मुंह बंद कर रही है.  स्पेस मिशन से लेकर जमीन की गहराइयों में भारत ने कहीं भी खुद को पीछे नहीं छोड़ा है, और विकास की ये गति निरंतर आगे बढ़ती जा रही है, जिस क्रम में पीएम मोदी ने एक और परियोजना का शंखनाद कर जनता को बङी सौगैत दी है. 

देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो 

देश में जल्द ही पानी के नीचे से मेट्रो रेल सरपट दौड़ने वाली है. देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो जो हावड़ा से कोलकाता के बीच दौड़ेगी. ये रेल बंगाल की हुगली के नीचे से दौड़ेगी, जिसके लिए करीब 16.6 किलोमीटर लंबी टनल बनाई गई है. अंडरवाटर मेट्रो, हुगली नदी के तल से 32 मीटर नीचे चलेगी. इससे पहले दुनिया में अभी तक पानी के नीचे का मेट्रो रूट लंदन और पेरिस में ही बना है. 

क्या खास होगा इस प्रोजेक्ट में?

इस मेट्रो में ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम लगा है यानी मोटरमैन के बटन दबाते ही ट्रेन अपने आप अगले स्टेशन के लिए मूव करेगी. इसकी अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रतिघंटा बताई जा रही है. वहीं यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन को कोच (रेक) में बेहतर ग्रैब हैंडल और हैंडल लूप के साथ-साथ एंटी-स्किड फर्श और अग्निशामक यंत्र की भी व्यवस्था की गई है. आपातकालीन स्थिति में यात्री टाक टू ड्राइवर यूनिट के माध्यम से मोटरमैन के साथ बातचीत भी कर सकेंगे।

हर चुनौती को पार करते हुए बिना किसी इमारत को चोट पहुंचाए नदी के नीचे 500 मीटर लंबी सुरंग का काम पूरा किया गया. फिर देश में सबसे गहरा यानि जमीन से 30 मीटर नीचे खुदाई करके हावड़ा मेट्रो स्टेशन तैयार किया गया. हावड़ा रेलवे स्टेशन के ठीक पीछे बने हावड़ा मेट्रो स्टेशन के लिए 33 मीटर जमीन में खुदाई की गई जो देश में किसी भी मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए हुई सबसे गहरी खुदाई है. बताया जा रहा है कि इस रूट पर चार अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन भी बनाए गए हैं. घनी आबादी वाले शहरों में ये प्रोजेक्ट एक नेक्स्ट जनरेशन प्रोजेक्ट है जो लोगों को आरामदायक यात्रा तो मुहैया करवाता ही है साथ ही एक अलग एक्सपीरियंस भी देता है.