जुलूस निकालकर, पुतला जलाकर... अब क्या है किसानों का अगला कदम?
MSP कानून समेत कई मांगों को लेकर 13 फरवरी से किसान आंदोलन कर रहे है. किसान शंभू बॉर्डर, खनौरी, डबवाली और रतनपुरा बॉर्डर पर डटे हुए हैं. Farmers have been agitating since February 13 for many demands including the MSP law. Farmers are standing at Shambhu Border, Khanauri, Dabwali and Ratanpura Border.
MSP कानून समेत कई मांगों को लेकर 13 फरवरी से किसान आंदोलन कर रहे है. किसान शंभू बॉर्डर, खनौरी, डबवाली और रतनपुरा बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान नेताओं के अनुसार वह 7 अप्रैल को देशभर में जिलास्तर पर जूलूस निकालकर BJP का पुतला जलाया जाएगा. 9 अप्रैल को शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक को जाम करने की घोषणा की है. इसके अलावा 3 से 11 अप्रैल तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु में युवा किसान शुभकरण सिंह की श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी.
जानबूझकर किया जा रहा परेशान
आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने चंडीगढ़ के किसान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार ने हाल में ही कई मंडियों को खत्म कर गेहूं की फसल सीधे साइलो में लेकर जाने का आदेश जारी किया, जो 3 कृषि कानूनों को दोबारा लागू करने के समान है. किसान नेताओं का कहना है कि 10 फरवरी से हरियाणा में सैंकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया गया जिनमें से 5 किसान नेता अभी भी जेल में हैं. किसानों को रोकने के लिए कई व्यवस्थाओं को जानबूझकर लागू किया गया है.
समस्या को देखते हुए लिया ये फैसला
इन समस्याओं को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने फैसला लिया कि मंडियों को बचाने के लिए और जेल में बंद किसानों की रिहाई के साथ ही प्रदर्शन स्थलों के पास बिजली की व्यवस्था के लिए 7 अप्रैल को देशभर में जिला स्तर पर जुलूस निकालकर BJP का पुतला जलाया जाए. यदि सरकार ने उसके बाद भी किसानों की इन मांगों को नहीं माना तो 9 अप्रैल को शंभू बॉर्डर पर रेलवे ट्रैक को जाम किया जाएगा.
होंगी श्रद्धांजलि सभाएं
किसान नेताओं ने आगे बताया कि युवा किसान शुभकरण सिंह की श्रद्धांजलि सभाएं 3 अप्रैल को कर्नाटक के मैसूर में, 11 अप्रैल को उड़ीसा में और बाद में उत्तर प्रदेश में आयोजित की जाएंगी. आज शंभू बॉर्डर से एक प्रतिनिधिमंडल शहीद शुभकरण सिंह की अस्थि कलश लेकर दिल्ली से चेन्नई के लिए रवाना हुआ.