गले में 'तख्ती'..काले कपड़े, देखें संसद में कैसे पहुंचे दानिश अली
BSP MP Danish Ali protested in Parliament on the first day of winter session. शीतकालीन सत्र के पहले दिन बसपा सांसद दानिश अली ने संसद में किया विरोध प्रदर्शन.
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार, 4 दिसंबर को शुरू हो गया. सत्र शुरू होते ही सदन में हंगामा होने लगा. जिसके कारण सदन को स्थगित तक करना पड़ा. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने भी विरोध प्रदर्शन किया. दानिश अली शीतकालीन सत्र के पहले दिन काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे. उन्होंने अपने गले में पोस्टर टांगकर पहुंचे.
दानिश अली ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वो गले में जिस तख्ती डालकर पहुंचे थे, उस पर लिखा था- 'सांसद का अपमान, संसद का अपमान हैं. लोकतंत्र के लिए रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई करें.'
दरअसल, संसद के विशेष सत्र में लोक सभा में ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां’ पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने 21 सितंबर को दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था.
#WATCH | Winter Session of Parliament | BSP MP Danish Ali stages protest inside the Parliament premises, demanding action against BJP MP Ramesh Bidhuri. pic.twitter.com/dL36BVKKvI
— ANI (@ANI) December 4, 2023
ये है पूरा मामला
दानिश अली के अलावा लोक सभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले, टीएमसी सांसद अपरूपा पोद्दार, डीएमके सांसद कनिमोझी सहित विपक्ष के कई अन्य सांसदों ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
वहीं दूसरी तरफ, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और रवि किशन ने भी लोक सभा अध्यक्ष बिरला को पत्र लिखकर दावा किया था कि पहले अली ने बिधूड़ी को उकसाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. बीजेपी राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने भी स्पीकर को पत्र लिखकर दानिश अली के व्यवहार की शिकायत की थी.
सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों ही पक्षों ने स्पीकर से इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेज कर जांच करवाने का आग्रह किया था. दोनों पक्षों की तरफ से कई सांसदों की शिकायत मिलने के बाद लोक सभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी शिकायतों को सदन की विशेषाधिकार समिति को भेजते हुए पूरे मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था.