लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका, हर‍ियाणा CM Manohar Lal Khattar ने दिया इस्तीफा, अब कैसे बनेगी नई सरकार?

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट समेत अपने पद से इस्तीफा दे दिया. Haryana Chief Minister Manohar Lal Khattar resigned from his post along with the entire cabinet.

लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका, हर‍ियाणा CM Manohar Lal Khattar ने दिया इस्तीफा, अब कैसे बनेगी नई सरकार?

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट समेत अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंपा. यह कदम जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और बीजेपी के बीच गठबंधन टूटने के बाद उठाया गया है.       

सूत्रों के अनुसार लोकसभा चुनाव के लिए दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी है. इस बीच निर्दलीय विधायक बीजेपी के समर्थन में आए हैं. कहा जा रहा है कि खट्टर को आज ही नए सीएम को शपथ दिलाई जा सकती है   

बीजेपी-जेजेपी का टूटा गठबंधन 

दरअसल, हरियाणा में  बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है. इसी के चलते मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया. बताया जा रहा है कि उन्होंने 12 बजे विधायकों की इमरजेंसी बैठक बुलाई थी, जिसमें 7  निर्दलीय विधायकों  ने बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है. वहीं, हरियाणा के पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर का दावा है कि मनोहर लाल फिर सीएम पद की शपथ लेंगे.     

हरियाणा सरकार के डिप्टी सीएम और जननायक जनता पार्टी के प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने कल देर रात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए  एक से दो सीटें मांगी थी. हरियाणा के सियासी घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी में समझौता तोड़ने का अघोषित समझौता हो गया है. इस बार बीजेपी के इशारे पर जेजेपी और आईएनएलडी वाले कांग्रेस की वोट में सेंध मारने फिर आएंगे.  

हरियाणा में किसके पास कितनी सीटें? 

हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. इन 90 सीटों में से 41 बीजेपी के पास हैं. वहीं, 30 सीटें कांग्रेस, 10 सीटें इंडियन नेशनल लोकदल, एक हरियाणा लोकहित पार्टी और छह निर्दलीय हैं. हरियाणा में बहुमत के लिए 46 विधायक चाहिए. हरियाणा में बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी. उस चुनाव में बीजेपी को 41 जबकि जेजेपी को 10 सीटें मिली थी.