Cash for question case: मिल गई हीरानंदानी की चिट्ठी! बढ़ने वाली है महुआ मोइत्रा की मुश्किलें
Lok Sabha Ethics Committee Chairman Vinod Sonkar has received Hiranandani's letter. लोकसभा की एथीक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर को हीरानंदानी की चिट्ठी मिली है.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर बिजनेसमैन हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप के मामले में विवाद गहराता जा रहा है. इस बीच महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप को लेकर लोकसभा की एथीक्स कमेटी (आचार समिति) के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने कहा है कि उन्हें हीरानंदानी की चिट्ठी मिली है.
उन्होंने कहा, "मुझे शुक्रवार (20 अक्टूबर) को अपने ऑफिस से सूचना मिली कि हीरानंदानी की दो पेज की चिट्ठी आई है. 26 तारीख को मैंने एथीक्स कमेटी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें सांसद निशिकांत दुबे और वकील को बुलाया गया है." सोनकर ने कहा, "निशिकांत दुबे कमेटी के सामने आकर अपना बयान दर्ज काराएंगे और जो भी सबूत उनके पास होंगे वह कमेटी को देंगे. कमेटी इन सभी सबूतों को संज्ञान में लगी उनकी जांच करेगी"
निशिकांत दुबे ने पहले किया था दावा
दरअसल, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार (15 अक्टूबर) को स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर दावा किया था कि महुआ मोइत्रा ने उद्योगपति हीरानंदानी से रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछे. इस आरोप को टीएमसी नेता महुआ ने आधारहीन बताया. साथ ही ओम बिरला से आग्रह किया है कि उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित कर दें.
इसके बाद गुरुवार (19 अक्टूबर) को हीरानंदानी का एक हलफनामा सामने आया. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने पीएम नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने के लिए गौतम अडानी पर झूठे आरोप लगाए.
महुआ मोइत्रा का पक्ष जानना भी जरूरी- सोनकर
महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई को लेकर सांसद सोनकर ने कहा, "अभी यह कहना जल्दबाजी होगा. अभी एक पक्ष सामने आया है, जिसकी जांच होगी. हम महुआ मोइत्रा का पक्ष जानने की भी कोशिश करेंगे. उन पर जो आरोप लगे हैं उसे लेकर वह क्या कहना चाहती हैं और उनके पास कौन से पेपर हैं. सभी लोगों के एग्जामिन के बाद कमेटी किसी निर्णय पर पहुंचेगी."