लोकसभा चुनाव के बाद जरूर होगा गठबंधन - बसपा... क्या है इसके पीछे का कारण!
बसपा सुप्रीमो मायावती की घोषणा के बाद कांग्रेस ने बड़ा बयान दिया और लोकसभा चुनाव में जीत का भी मंत्र दिया है। After the announcement by BSP supremo Mayawati, Congress made a big statement and also gave the mantra of victory in the Lok Sabha elections.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर मायावती न तो इंडिया गठबंधन में शामिल होंगी और न ही एनडीए में. इस बार बसपा अकेले ही उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेगी जिसकी घोषणा हो चुकी है. उन्होंने कहा कि वह चुनाव के बाद गठबंधन करेंगी.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया है, लेकिन वह चुनाव के बाद गठबंधन में शामिल होंगी. ये उनके विचार हैं, मैं इसका स्वागत करता हूं, लेकिन आज की राजनीति यह कहती है कि सभी विपक्षी दलों को एकसाथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए.
इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार
प्रमोद तिवारी ने लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत का मंत्र बताया है. उन्होंने कहा पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 37.8 फीसदी वोट मिले थे। अगर इस चुनाव में 62.2 प्रतिशत वोट एकजुट हो जाए तो हम बीजेपी को 100 सीटों पर ही समेट देते। चुनाव के बाद जब मायावती आएंगी तो उस समय जैसी स्थिति होगी, वैसा ही फैसला लिया जाएगा। समय तो यही कहता है कि इस वक्त 62.2 फीसदी वोट को एकजुट रहना चाहिए. अगर 5 से 7 फीसदी वोट चले जाएंगे तो भी हमारे पास 55 फीसदी वोट हैं और हम पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे.
बसपा ने इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया है, जिससे उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि अब दलितों का वोट बसपा में चला जाएगा. अब सपा, कांग्रेस और आरएलडी में सीट शेयरिंग होगी और तीनों पार्टियां एक सीट, एक उम्मीदवार के फॉर्मूले पर आगे बढ़ेंगी.