सपा और कांग्रेस ने मिलकर लिया एक अहम फैसला, इस तरह लङेंगे चुनाव
सपा और कांग्रेस मिलकर उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, वहीं सपा मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट से चुनाव लड़ेगी. SP and Congress will jointly contest the Lok Sabha elections in Uttar Pradesh, while SP will contest from Khajuraho seat in Madhya Pradesh.
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर 21 फरवरी बुधवार को विराम लग चुका है. सपा प्रमुख व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ मिलकर यूपी में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और दोनों दलों के बीच सीटों के बंटवारे पर भी सहमति भी बन गई है. कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि सपा 63 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारेगी, सपा मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट पर भी चुनाव लड़ेगी. ऐसे में एक अहम सवाल उठ रहा है कि सपा इस सीट से ही क्यों चुनाव लड़ना चाहती है और क्या वह यहां से जीत दर्ज कर पाएगी.
समाजवादी पार्टी एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की संयुक्त प्रेस वार्ता। https://t.co/HWqKssPDyl
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 21, 2024
कितनी प्रतिशत मिले सीटें?
खजुराहो लोकसभा सीट से इस समय बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सांसद हैं. उन्होंने पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कविता सिंह नातीराजा को हराया था. वहीं, सपा प्रत्याशी वीर सिंह पटेल 40029 वोट हासिल करने में कामयाब रहे. बीजेपी प्रत्याशी को 64.49 प्रतिशत, जबकि कविता सिंह को 25.34 प्रतिशत मत हासिल हुए थे.
सपा 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में खजुराहो में तीसरे नंबर पर रही थी. हालांकि, उसके उम्मीदवार को 3.19 प्रतिशत ही मत मिले थे, जबकि वी डी शर्मा को 64.49 और कविता सिंह को 25.34 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन से सपा को उम्मीद है कि कांग्रेस का वोटबैंक भी उसके प्रत्याशी की तरफ शिफ्ट होगा, जिससे जीत की संभावना बढ़ जाएगी.
है भारत जिसके मन में बसा,
— VD Sharma (@vdsharmabjp) February 21, 2024
वो हम सबका रखवाला है,
विकास पुरुष कहलाता है,
दुनिया में मान बढ़ाता है...#EkBaarPhirSeModiSarkar pic.twitter.com/ASkW0VxDIi
खजुराहो में बीजेपी
खुजराहो संसदीय सीट पर बीजेपी का डंका बजता है. यहां से पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती चार बार सांसद निर्वाचित हुई है. आखिरी बार 1999 में कांग्रेस के सत्यव्रत सिंह को जीत मिली थी, उसके बाद कोई भी उम्मीदवार जीत हासिल करने में नाकाम रहा. बीजेपी को 1990 के बाद हुए चुनावों में केवल एक बार हार का सामना करना पड़ा है. 2019 में 29 में से 28 सीटों पर जीत मिली थी, खजुराहो से 2014 में नागेंद्र सिंह, 2009 में जितेंद्र सिंह बुंदेला, 2004 में रामकृष्ण कुसमरिया और 1989 से लेकर 1998 तक उमा भारती लगातार सांसद चुनी गईं.
बता दें कि खजुराहो में कुल 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें रामनगर, पवई, चंदला, गुनौर, विजयराघवगढ़, पन्ना, मुड़वार और बहोरीबंद शामिल हैं. मतदाताओं की बात करें तो यहां कुल मतदाता 18 लाख 31 हजार 837 हैं, जिसमें से पुरुष मतदाता 9 लाख 65 हजार 170, महिला मतदाता 8 लाख 66 हजार 641 और थर्ड जेंडर 26 हैं.