शरद पवार पर अजित पवार का बड़ा खुलासा, इस्तीफा देना नौटंकी था!

Ajit Pawar has made many big revelations regarding Sharad Pawar's resignation. शरद पवार के इस्तीफे को लेकर अजित पवार ने कई बड़े खुलासे किए हैं.

शरद पवार पर अजित पवार का बड़ा खुलासा, इस्तीफा देना नौटंकी था!

महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने चाचा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार को लेकर शुक्रवार (1 दिसंबर) बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि, शरद पवार का अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना नौटंकी था. उन्होंने कहा, 'हम सभी लगातार शरद पवार को ये कह रहे थे कि हम लोगों को काम के लिए सरकार में जाना चाहिए.'

अजित पवार ने रायगढ़ ज़िले में चल रही पार्टी की बैठक में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'हम लोग शरद पवार (साहेब) से मिले और ये बात बताई भी. इसके बाद उन्होंने कहा कि हम इस्तीफा देंगे, उनके इस्तीफे को लेकर हम चार लोगों को पहले से पता था. शरद पवार ने कहा कि तुम सरकार में शामिल हो जाओ और मैं इस्तीफा दे रहा हूं, सुप्रिया सुले भी उस समय सरकार में शामिल होने के समर्थन में थीं.'

उन्होंने शरद पवार के इस्तीफे को स्क्रिप्टेड बताते हुए आगे कहा, 'बुक प्रकाशन के मौके पर शरद पवार ने इस्तीफा दिया, लेकिन उसके तुरंत बाद  लोगो को कहा कि उनके समर्थन में लोग प्रदर्शन करें और इस्तीफा वापस मांगे. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा वापस लिया. इस्तीफा नहीं देना था तो इतनी नौटंकी क्यो?'

अजित पवार ने क्या कहा?

अजित पवार ने दावा किया कि, 'सरकार में शामिल होने के बाद शरद पवार ने सभी मंत्रियो को मिलने के लिए बुलाया और फिर उसके बाद दूसरे दिन विधायकों को भी मिलने के लिए बुलाया. बैठक मे उन्होंने सारी बात सुनी और कहा कि, ठीक है हम बताते हैं. फिर बयान आने शुरू हो गए कि, गाड़ी ट्रेक पर है. फिर 12 अगस्त को एक बिजनेसमैन के घर पर पुणे बुलाया गया. यहां पर मेरे अलावा शरद पवार, जयंत पाटिल और बिजनेसमैन थे. इस दौरान यहां भी बोला गया कि, सब कुछ ठीक होगा.' 

बीजेपी में शामिल होने पर क्या कहा?

अजीत पवार ने कहा,  'आप लोगो के जरिए महाराष्ट्र को बताता हूं. कुछ लोग कहते हैं कि उन पर केस होने के कारण वो बीजेपी के साथ गए और कई आरोप लगाए गए. मैं 32 साल से काम कर रहा हूं और मै जैसा बोलता हूं वैसे ही करता हूं. मैं भले ही संगठन का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बना, लेकिन सबको पता है कि संगठन का काम कौन करता है और किसने किया है.  मैं जो बोल रहा हूं वो झूठ नही बोल रहा हूं.'