राजनीति की पिच पर उतरते ही बोल्ड हुए रायडू, 10 में छोड़ी पार्टी
Cricketer Ambati Rayudu has left YSRC party within ten days. क्रिकेटर अंबाती रायडू ने दस दिनों में ही वाईएसआरसी पार्टी छोड़ दी है.
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के दोस्त और भारत के लिए तीनों क्रिकेट फॉर्मेट खेल चुके अंबाती रायुडू ने राजनीति से बाहर होने का फैसला कर लिया है. बता दें कि बीते महीने ही उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी जॉइन की थी. 38 साल के रायुडू 28 दिसंबर 2023 को आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की पार्टी में शामिल हुए थे. 6 जनवरी यानी आज उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है.
अंबाती रायुडू ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए YSR कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. उन्होंने लिखा, 'ये सभी को सूचित करना है कि मैंने वाईएसआरसीपी पार्टी छोड़ने और कुछ समय के लिए राजनीति से बाहर रहने का फैसला किया है. आगे जो भी होता है उसकी जानकारी साझा करूंगा. धन्यवाद.'
मुख्यमंत्री ने जॉइन कराई थी पार्टी
रायुडू की राजनीति में एंट्री की चर्चाएं पिछले साल अप्रैल में शुरू हुई थीं. इस मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज ने राजनीतिक में इस बात को लेकर सस्पेंस बनाए रखा था कि वह आखिरकार किस पार्टी में शामिल होंगे. बीते साल मई-जून में जगन मोहन रेड्डी के साथ कई बैठकों के बाद यह साफ हुआ कि वह जगह मोहम रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी के साथ जुड़ने जा रहे हैं. रायुडू ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की मौजूदगी में पार्टी जॉइन की थी. मुख्यमंत्री ने उन्हें स्कार्फ पहनाकर रायुडू का पार्टी में स्वागत किया था.
टीम इंडिया के लिए खेले क्रिकेट
अंबाती रायुडू इंडियन क्रिकेट टीम में मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में खेलते थे. उन्होंने मई 2023 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. 2019 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के स्क्वॉड में जगह न मिलने के बाद उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया था. उनके रिटायरमेंट के तुरंत बाद खबरें सामने आईं कि वह राजनीति में शामिल हो सकते हैं. जून 2023 में ऐसी खबरें आईं कि वह वाईएसआरसी के लिए आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ. बता दें कि रायुडू के क्रिकेट करियर की शुरुआत हैदराबाद से हुई. 2004 में वह अंडर-19 वर्ल्ड कप भारतीय टीम के कप्तान थे.