विधानसभा में भिड़े ओवैसी और CM रेड्डी, जमकर हुई बहस

There was a heated debate between CM Revanth Reddy and Akbaruddin Owaisi in Telangana Assembly. तेलंगाना विधानसभा में सीएम रेवंत रेड्डी और अकबरुद्दीन ओवैसी की जमकर बहस हुई.

विधानसभा में भिड़े ओवैसी और CM रेड्डी, जमकर हुई बहस

तेलंगाना विधानसभा (Telangana Assembly Election) में इस बार का नजारा बदला हुआ है. पहली बार चुन कर आए विधायकों की संख्या 57 है. लगातार छह बार जीत का रिकार्ड बनाने वाले एमआईएम (AIMIM) के नेता और विवादित बयानों के लिए बदनाम अकबरूद्दीन ओवैसी (Akbaruddin Owaisi) सदन में दूसरे सबसे वरिष्ठ नेता हैं. वो अविभाजित आंध्र प्रदेश के सदन के भी सदस्य रहे. 

वहीं, जब पिछले सप्ताह बिजली पर व्हाइट पेपर नई सरकार लेकर आई और उसमें ओल्ड हैदराबाद का जिक्र हुआ तो ओवैसी आपे से बाहर हो गए. उन्होंने पहली बार चुन कर आए एक कांग्रेस के विधायक की बेइज्जती कर दी. बस नए मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी सदन में ही ओवैसी पर बिफर पड़े. दोनों ने जम कर एक दूसरे की बखिया उधेड़ी.

21 दिसंबर को तेलंगाना सरकार ने उर्जा पर एक श्वेत पत्र जारी किया. राज्य के वित्त एवं उर्जा मंत्री मालू भट्टी द्वारा सदन के पटल पर रखे गए श्वेत पत्र में कहा गया है कि पिछली सरकार के खराब काम काज के कारण राज्य की विद्युत वितरण कंपनियों का बकाया 81,516 करोड़ रुपये हो गया है. बिजली कंपनियों की हालत इतनी खराब हो गई है कि वे बिजली खरीदने के लिए पैसे नहीं दे पा रही हैं और डिफाल्ट की स्थिति में आ गई हैं. उनकी इस खराब स्थिति के लिए पिछली सरकार मुख्य रूप से जिम्मेदार है, क्योंकि उन्होंने अपने ऊपर बकाये 28,842 करोड़ की राशि का भुगतान नहीं किया.

चूंकि एमआईएम भी पिछली सरकार का हिस्सा थी, इसलिए आलोचना का स्वर उसके खिलाफ भी था. भाजपा ने मुद्दा उठाया कि हैदराबाद ओल्ड सिटी में सबसे ज्यादा बिजली की चोरी होती है और बिजली के बिल का बकाया भी वहीं सबसे ज्यादा है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने भी यही बात कही. बस क्या था अकबरूद्दीन ओवैसी आपे से बाहर हो गए और फिर लगभग एक घंटे तक मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और ओवैसी के बीच बहस होती रही.

ओवैसी ने लगाया मुसलमानों को दबाने का आरोप अकबरूद्दीन ओवैसी ने तेलंगाना की नई कांग्रेस सरकार पर मुसलमानों को डराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि, 'बिजली बकाये या चोरी के बहाने मुसलमानों को दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह डरने या घबराने वाले नहीं है. वह सबसे अधिक 81 हजार वोटों से चुनाव जीत कर आए हैं.' ओवैसी ने ये भी कहा कि, वे जेल जाने से भी नहीं डरते.

सीएम रेवंत रेड्डी का जवाब मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि, 'कांग्रेस मुसलमानों की सबसे हितैषी पार्टी है. नई विधानसभा के गठन के बाद कांग्रेस ने ही उन्हें मुस्लिम एवं वरिष्ठ विधायक होने के नाते प्रोटेम स्पीकर बनाया. एक माइनोरिटी को मौका दिया. लेकिन वरिष्ठता का मतलब ये नहीं है कि आप किसी नए मेंबर की बेइज्जती कर दें.'

मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'हर विधायक का हक बराबर है. यदि कोई एक नया सदस्य आपसे सवाल पूछता है तो जवाब देना चाहिए. 57 नये मेंबर चुन कर आए हैं. सीनियरिटी आपको अलग पावर नहीं देती. नए विधायक डाक्टर कवनपल्ली सत्यनारायण की बेइज्जती नहीं करनी चाहिए. टीआरएस और एमआईएम साथ रहे. दस साल साथ सरकार में रहे फिर भी विकास नहीं हुआ.'