हमास ने रखी फ्यूल के बदले 50 बंधकों को छोड़ने की शर्त, इजरायल ने कहा- सभी छोड़ो

Israeli army has entered Gaza to eliminate Hamas terrorists. हमास के आतंकियों का खात्मा करने के लिए इजरायली सेना गाजा में घुस गई है.

हमास ने रखी फ्यूल के बदले 50 बंधकों को छोड़ने की शर्त, इजरायल ने कहा- सभी छोड़ो

जरायली सेना गाजा में एंटर कर चुकी है. हवाई हमलों से पहले ही हमास के हौसले पस्त कर दिए थे. अब टैंकों के जरिए भी चढ़ाई की है.  लेबनान, जॉर्डन, ईरान समेत कुछ अरब देश हमास का सपोर्ट कर रहे हैं. माहौल तनाव भरा है, तीसरे वर्ल्ड वॉर की आहट भी सुनाई दे रही है. कई मुस्लिम देश पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि, अगर इजरायल की सेना गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन करती है तो वो भी इस जंग में कूद पड़ेंगे. यानी अब इजरायल सेना के गाजा में घुसने के बाद विश्व युद्ध की संभावनाएं बढ़ गई हैं.

दरअसल, 18 दिनों से गाजा पट्टी पर इजरायल बमों की बारिश कर रहा है. सरप्राइज हमले से हैरान इजरायल ने ऐलान किया था कि, वो हमास का खात्मा करके ही दम लेगा और वो ऐसा करने में लगा है. जनहानि भी हो रही है. इस्लामिक देशों की मजबूरी ये है कि वो लंबे समय तक मूक दर्शक बनकर नहीं रह सकते क्योंकि उनके अपने देश में भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अब जबकि इजरायली सेना गाजा में एंटर कर चुकी है तो दुनिया महायुद्ध की बात करने लगी है.

मिडिल ईस्ट के सभी 57 मुस्लिम देशों में इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चरम पर है. दुनिया खेमों में बंटती जा रही है. एक जो हमास के आतंक के खिलाफ इजरायल के साथ खड़ा है तो दूसरा वो जो इजरायली अटैक की मजम्मत कर रहा है.  यमन से इजरायल की तरफ एक-दो नहीं बल्कि तीन मिसाइलें दागी गई हैं. अमेरिका का कहना है कि उसने अगर इंटरसेप्ट नहीं किया होता तो सीधा इजरायल निशाने पर होता. ईरान ने भी इजरायल के खिलाफ युद्ध को महायुद्ध में बदलने की धमकी दी है. हिजबुल्लाह के अलावा हौती संगठन भी वॉर जोन में उतारे जा सकते हैं.  

हाल ही में अमेरिका, चीन और रूस में जिस तरह से हालात बने बिगड़े हैं वो महायुद्ध की ओर इशारा कर रहे हैं. हालात बेकाबू इसलिए भी होते जा रहे हैं क्योंकि अगर चीन और रूस ही हमास के समर्थन में आ जाएंगे तो बीच बचाव कौन करेगा? पुतिन लगातार गाजा पर हमले को मानवीय आधार पर गलत करार दे रहे हैं.  रूस के लड़ाकू विमान भी अपनी सबसे  मिसाइलों के साथ काला सागर में मौजूद हैं. तो चीन ने 6 युद्धपोत अरब सागर में बैकअप के लिए पहुंचा दिए हैं. अरब सागर में चीन के छह युद्धपोतों की मौजूदगी तनाव बढ़ाने वाली है.