मध्य प्रदेश के झाबुआ में बोले पीएम मोदी, कहा लोकसभा चुनाव....
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के झाबुआ में आयोजित जनजातीय सम्मेलन को संबोधित किया. Prime Minister Narendra Modi today addressed the Tribal Conference organized in Jhabua, Madhya Pradesh.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के झाबुआ में आयोजित जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम ने बता दिया है कि लोकसभा चुनाव के लिए जनता का मूड कैसा है. वहीं उन्होंने झाबुआ, खरगोन, खंडवा, बड़वानी, धार और अलीराजपुर समेत पूरे प्रदेश के लिए हजारों करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण भी किया था.
पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा कि विकास के इतने सारे काम यह बता रहे हैं कि मध्य प्रदेश में बनी डबल इंजन की सरकार दोगुनी रफ्तार के साथ विकास कर रही है, जिसका सारा श्रेय प्रदेश की जनता को ही जाता है. कुछ लोगों का कहना है कि मोदी झाबुआ से लोकसभा की लड़ाई का आगाज करेगा, लेकिन मैं बताना चाहता हूं कि मैं यहां लोकसभा चुनाव के प्रचार करने नहीं आया हूं, बल्कि मैं सेवक के रूप में जनता जनार्दन का आभार जताने आया हूं.
पिछले 10 वर्षों के दौरान हमारी सरकार आदिवासी समाज के उत्थान, गौरव और सम्मान के लिए समर्पित रही है। मध्य प्रदेश के झाबुआ में जनजातीय महासभा को संबोधित कर रहा हूं। https://t.co/G1YQkPjXnb
— Narendra Modi (@narendramodi) February 11, 2024
उन्होंने कहा कि इस बार विपक्ष के बड़े-बड़े नेता पहले से ही कहने लगे हैं कि 2024 में 400 पार और फिर एक बार मोदी सरकार. बीते वर्षों में मध्य प्रदेश ने दो अलग-अलग दौर देखे गए हैं, जिसमें एक दौर डबल इंजन सरकार का रहा और दूसरा कांग्रेस के समय का काला दौर रहा, कम उम्र के युवाओं को याद भी नहीं होगा कि विकास की राह पर बढ़ रहा मध्य प्रदेश भाजपा की सरकार आने से पहले देश के सबसे बीमार राज्यों में गिना जाता था.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में से कांग्रेस की छुट्टी हुई थी और अब साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उसका सफाया होना पक्का है. कांग्रेस ने न तो कभी आदिवासी समाज के विकास की चिंता की और न ही उसके सम्मान के बारे में सोचा. कांग्रेस के लिए जनजातीय लोगों का मतलब सिर्फ वोट पाने केवल एक जरिया है, इन्हें गांव, गरीब और पिछड़ों की याद तब आती थी, जब चुनाव की घोषणा की जाती थी.