3 बार बने प्रधानमंत्री, लेकिन Nawaz Sharif पूरा नहीं कर पाए कार्यकाल
3 बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ अपनी ही सीट से चुनाव हार गए हैं. Nawaz Sharif, who has been the Prime Minister of Pakistan thrice, has lost the election from his own seat.
पाकिस्तान में कल यानि गुरुवार को नई सरकार चुनने के लिए मतदान हुआ था और अब फिलहाल मतों की गिनती चल रही है और ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पाकिस्तान की राजनीति बड़ी करवट ले सकती है. तीन बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ मनसेहरा सीट से चुनाव हार गए हैं.
नवाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार थे, प्रधानमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे चल रहे थे, लेकिन अब उनके मंसूबों पर पानी फिर सकता है. हालांकि अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन खबर सामने आई है कि उन्हें NA-15 मनसेहरा सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार शहजादा गस्तासाप से हार मिली है। वहीं लाहौर की NA-130 सीट उन्होंने 1,71,000 से ज्यादा वोटों से जीत ली है.
#BREAKING: Former Pakistan Prime Minister Nawaz Sharif wins the Lahore seat in the country’s national election — local media
— Arab News Pakistan (@arabnewspk) February 9, 2024
-https://t.co/iQGw9FIWOS pic.twitter.com/lnMWqvYfY0
किसे-कितने वोट मिले?
मनसेहरा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे शहजादा गस्तासाप को 74,713 वोट मिले, जबकि नवाज को 63,054 वोट मिले. मनसेहरा को पाकिस्तान मुस्लिम लीग का गढ़ माना जाता है और नवाज शरीफ ने खुद इस सीट से जीतने का दावा किया था, लेकिन वे चुनाव हार गए.
हालांकि चुनाव परिणाम में इमरान खान की पार्टी लीड कर रही है, फिर भी नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने दावा किया है कि पाकिस्तान में नवाज शरीफ ही सरकार बनाएंगे। वे ही प्रधानमंत्री बनेंगे। पााकिस्तान के पंजाब प्रांत में भी हमारी पार्टी की ही सरकार बनेगी, बहुमत से जीत के साथ के साथ नवाज शरीफ एक बार फिर जनसेवा का संकल्प पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे.
Nawaz Sharif win from Lahore pic.twitter.com/mjOCRYTuBc
— Asim Hameed (@asimhameed330) February 9, 2024
पूरा नहीं कर पाए कार्यकाल
नवाज शरीफ 3 बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। पहली बार वे 1 नवम्बर 1990 से 18 जुलाई 1993 तक पाकिस्तान के 12वें प्रधानमंत्री रहे, इसके बाद 17 फ़रवरी 1997 से 12 अक्टूबर 1999 तक 14वें प्रधानमंत्री रहे. 5 जून 2013 को वे तीसरी बार देश के 27वें प्रधानमंत्री बने थे, लेकिन यह कार्यकाल भी जल्दी खत्म हो गया, कुल मिलाकर तीनों बार नवाज शरीफ बतौर प्रधानमंत्री एक भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए.
बतौर प्रधानमंत्री 3 बार उनका कार्यकाल सिर्फ 9 साल 179 दिन ही चला. नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उन्हें 14 साल की सजा सुनाई गई थी, सजा को काटने के दौरान वे बीमार हो गए और ट्रीटमेंट के लिए निर्वासित हो गए. वे 2019 में लंदन चले गए थे, जहां से अक्टूबर 2023 अपने वतन लौटे और चुनाव प्रचार में जुट गए थे. वे इरादा स्पष्ट करके वतन लौटे थे कि इस बार प्रधानमंत्री बनकर रहेंगे, लेकिन इस बार भी उनके मंसूबों पर पानी फिर गया.