तबाही मचा रहा मिचौंग तूफान, जाने किस राज्यों को कितना खतरा
तबाही मचा रहे मिचौंग तूफान एक म्यांमी शब्द है, जिसका मतलब ताकत और लचीलापन होता है. मिचौंग चक्रवात एक शक्तिशाली तूफान है जो पश्चिमी प्रशांत महासागर के क्षेत्र से उत्पन्न हुआ और 5 दिसंबर को भारत के दक्षिणी तटों से टकराया, जिसका असर दक्षिण भारत के कई राज्यों में देखा जा रहा है. इस तूफान के आने से बड़ी मात्रा में तेज़ बारिश, हवाओं से तबाही मचाने के बाद गिरावट की संभावना होती है.
तबाही मचा रहे मिचौंग तूफान एक म्यांमी शब्द है, जिसका मतलब ताकत और लचीलापन होता है. मिचौंग चक्रवात एक शक्तिशाली तूफान है जो पश्चिमी प्रशांत महासागर के क्षेत्र से उत्पन्न हुआ और 5 दिसंबर को भारत के दक्षिणी तटों से टकराया, जिसका असर दक्षिण भारत के कई राज्यों में देखा जा रहा है. इस तूफान के आने से बड़ी मात्रा में तेज़ बारिश, हवाओं से तबाही मचाने के बाद गिरावट की संभावना होती है.
मिचौंग तूफान 5 दिसंबर को भारत में मूसलाधार बारिश के साथ प्रवेश किया, जिसके चलते कई राज्यों में बाढ़ आ गई और कई लोगों की मौत हो गई है. वहीं, IMD की रिपोर्ट से पता चला कि मिचौंग तूफान आंध्र प्रदेश के समुद्र तट वाले शहर बापटला के पास टकराया और इस समय हवाओं की गति 70 मील प्रति घंटे की रफ्तार से थी.
आंध्र प्रदेश के साथ दक्षिण भारत के कई राज्यों में मिचौंग तूफान का असर साफ देखा जा सकता है. आने-जाने के सभी साधनों को रोक लगा दी गई है. वहीं कई लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. इस तूफान के चलते कई ट्रेनों और हवाई जहाजों को रद्द कर दिया गया था, दूसरी तरफ 4 दिसंबर को तमिलनाडु के चेन्नई हवाईअड्डे का रनवे डूबने के कारण उसे बंद कर दिया गया था.
तैनात की गई NDRF की 22 टीमे
द्रमुक के नेता टीआर बालू और तेलगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सांसद जयदेव गल्ला ने बीते मंगलवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि ‘मिचौंग तूफान’ के कारण तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में हुए नुकसान की भरपाई के लिए जल्द ही केंद्रीय दल को भेजा जाए और सहायता उपलब्ध कराई जाए. इस आग्रह को स्वीकार कर NDRF की 22 टीमों को तैनात किए गए और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
जाने अन्य किन राज्यों पर है खतरा
बंगाल की खाड़ी से शुरू मिचौंग तूफान ने पहले आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु मे अपना कहर बरसायाम जिसके बाद अब ओडिशा, पुडुचेरी, उत्तर प्रदेश, और बिहार जैसे राज्यों पर ज्यादा असर देखने को मिलेगा. भारी बारिश और बाढ़ के कारण जगह-जगह पानी भर गया है, जिससे लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.