तमिलनाडु की जनता को लगा बड़ा झटका, चिनाव से पहले इस सांसद का हुआ निधन, जानें मौत की वजह
तमिलनाडु के इरोड लोकसभा से सांसद और मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK) नेता ए. गणेशमूर्ति का निधन हो गया है. Erode Lok Sabha MP from Tamil Nadu and Marumalarchi Dravida Munnetra Kazhagam (MDMK) leader A. Ganeshmurthy has passed away.
लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी कर दिया है. 19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल सात चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान किए जाएंगे. लेकिन इसी बीच एक दुखद खबर सामने आई है. तमिलनाडु के इरोड लोकसभा से सांसद और मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK) नेता ए. गणेशमूर्ति का निधन हो गया है.
कीटनाशक दवाओं का किया सेवन
उनकी मौत की वजह खुदकुशी बताई जा रही है, क्योंकि जानकारी के मुताबिक कीटनाशक दवाओं का सेवन करने के बाद उल्टी की शिकायत होने के बाद सांसद गणेशमूर्ति को कोयंबटूर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, जहां गुरुवार सुबह 5 बजे उनकी मौत हो गई.
तमिलनाडु के CM ने जताया दुख
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री MK Stalin ने इरोड सांसद के निधन पर दुख जताते हुए कहा, ''गणेशमूर्ति के निधन की खबर जानकर मैं सदमे और दर्द में हूं. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत डीएमके में की और अच्छा काम किया. बाद में, वह वाइको में शामिल हो गए. गणेशमूर्ति को खोना दर्दनाक है और इसे व्यक्त नहीं किया जा सकता.
उनके परिवार, दोस्तों और एमडीएमके कैडरों के प्रति संवेदना.' इरोड निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार सांसद रहे ए गणेशमूर्ति, मारुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के एक वरिष्ठ पदाधिकारी थे. सन् 1984 में उन्हें डीएमके का इरोड जिला सचिव बनाया गया और 1989 में मोदाकुरुच्ची विधानसभा क्षेत्र से डीएमके के टिकट मिलने पर चुने गए थे.
कौन थे ए. गणेशमूर्ति?
1990 के दशक की शुरुआत में मूल पार्टी के विभाजन के बाद वह वाइको के नेतृत्व वाले एमडीएमके में शामिल हो गए. एमडीएमके के टिकट पर दो बार लोकसभा के लिए चुने गए, पहली बार 1998 में पलानी से और फिर 2009 में इरोड संसदीय क्षेत्र से, गणेशमूर्ति ने विभिन्न पार्टी आंदोलनों में भाग लिया था और जेल गए थे. उन्होंने 2019 के आम चुनाव में डीएमके के उगते सूरज चिन्ह पर इरोड संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा. गणेशमूर्ति आगामी लोकसभा चुनाव में इरोड सीट से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी द्वारा टिकट देने से इनकार करने से नाराज थे.
कब होगी तमिलनाडु में चुनाव?
डीएमके ने इरोड में अपना उम्मीदवार खड़ा किया है और तिरुचि सीट एमडीएमके को देने का फैसला किया है. एमडीएमके महासचिव वाइको के बेटे दुरई वाइको को तिरुचि से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया है. तमिलनाडु में पहले फेज यानी 19 अप्रैल को चुनाव है. यहां 39 सीटों पर एक साथ एक ही दिन वोटिंग होगी. तमिलनाडु में 39 सीट में से 7 आरक्षित सीट हैं. तमिलनाडु में 20 मार्च को अधिसूचना जारी हो जाएगी. 27 मार्च को यहां नामांकन की आखिरी तारीख है. तमिलनाडु में 6.18 करोड़ कुल मतदाता हैं. इसमें से 3.14 करोड़ महिला और 3.03 करोड़ पुरुष मतदाता शामिल हैं.