अब मालदीव को नहीं छोड़ेगा भारत! पड़ी बायकॉट की मार

After messing with India, Maldives is facing the brunt of boycott. भारत से पंगा लेने के बाद मालदीव बायकॉट की मार झेल रहा है.

अब मालदीव को नहीं छोड़ेगा भारत! पड़ी बायकॉट की मार

भारत से पंगा लेकर मालदीव बुरा फंस गया है. मालदीव के अंदाजा नहीं था वो, किससे भिड़ रहा है. चीन का चूरण खाते ही मालदीव ने अकड़ दिखानी शुरू कर दी थी. मालदीव ने अब तक भारत की दोस्ती देखी थी. अब भारत की दुश्मनी देख पसीने छूट गए हैं. मालदीव ने जिस तरह से पीएम मोदी और भारत के खिलाफ जगह उगला था, अब उसकी कीमत चुकाने का समय आ है.

बता दें कि, मालदीव अब अलग-अलग तरीकों से भारत से माफी मांग रहा है....बायकॉट की मार झेल रहा मालदीव अब तड़प उठा है...भारत से पंगा लेने के बाद मालदीव की कमर टूट गई है...बड़ी आर्थिक चोट लगी है....मालदीव में बीते कुछ ही दिनों में 8 हजार होटल बुकिंग और 2300 फ्लाइट टिकट कैंसिल होने के दावे किए जा रहे हैं...लेकिन मालदीव के मंत्रियों की करतूत के बाद भारत में जो कुछ हो रहा है, उससे वहां की इकॉनमी को महंगा पड़ने वाला है. 

भारत की एक बड़े ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी ने मालदीव की सभी फ्लाइट्स की बुकिंग को सस्पेंड कर दिया है. भारत के बड़े-बड़े लोग उसकी भर्त्सना कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय पर्यटकों ने मालदीव की तरफ जाना छोड़ दिया तो, उनकी इकॉनमी को महंगा पड़ना तय है, क्योंकि वहां सबसे ज्यादा विदशी पर्यटक भारत से ही पहुंचते हैं. 

देश की अग्रणी ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी ईज माई ट्रिप (EaseMyTrip) के को-फाउंडर और सीईओ निशांत पिट्टी ने ट्वीट किया है , "हमारे देश के साथ एकजुटता दिखाते हुए @EasMyTrip ने मालदीव की सभी उड़ानों की बुकिंग निलंबित कर दी है." माना जा रहा है कि देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रेवल एजेंसी मेक माई ट्रिप समेत अन्य एजेंसियां भी इसी तरह की घोषणा कर सकती है.

मालदीव की टूरिज्म मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार कैलेंडर साल 2023 के दौरान कुल 17.58 लाख विदेशी पर्यटकों ने वहां का भ्रमण किया. उनमें से सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटक थे. इसके बाद रूसी पर्यटक का स्थान है. पिछले साल 13 दिसंबर तक कुल 2,09,198 भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का भ्रमण किया जबकि वहां इसी तारीख तक 2,09,146 रूसी पर्यटक पहुंचे थे. तीसरे स्थान पर चीन था जिसके 1,87,118 पर्यटकों ने मालदीव का भ्रमण किया था. अब यदि भारतीय पर्यटक वहां पहुंचना रोक देते हैं तो आप समझ सकते हैं कि, वहां की इकॉनमी पर कितना असर पड़ेगा.