अब मालदीव को नहीं छोड़ेगा भारत! हाई कमिश्नर को किया तलब
Foreign Ministry summons Maldives High Commissioner to India Ibrahim Shahib. विदेश मंत्रालय ने भारत में मालदीव के उच्चायुक्त इब्राहिम शाहीब को किया तलब.
विदेश मंत्रालय ने भारत में मालदीव के उच्चायुक्त इब्राहिम शाहीब को तलब किया है. भारत और प्रधानमंत्री के बारे में मालदीव सरकार के कुछ लोगों की ओर से आपत्तिजनक टिप्पणियों करने के मामले में तलब के बाद मालदीव हाई कमिश्नर इब्राहिम साहिब विदेश मंत्रालय पहुंचे, जहां बातचीत हुई है. इस संबंध में विदेश मंत्रालय स्टेटमेंट जारी करेगा.
मालदीव के पूर्व उप राष्ट्रपति अहमद अदीब ने कहा कि, उनके मंत्रियों ने जो कुछ किया वो गलत है. भारत से ही उनका पर्यटन व्यवसाय चलता है. भारत और पीएम मोदी का सम्मान दुनिया करती है. वहीं, मालदीव के मंत्रियों के बयान पर देश ने एक सुर से उनकी आलोचना की. हर तबके ने गुस्से का इजहार किया. वहीं, मालदीव ने अपने तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था. उनके दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुईं और भारत में मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना शुरू हो गई. मालदीव की मंत्री युवा सशक्तिकरण और सूचना और मंत्री मरियम शिउना को ये बात इतनी बुरी लग गई कि उन्होंने भारत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर दी.
इसके बाद भारत के लोगों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि देश में #BoycottMaldives अभियान शुरू हो गया. खिलाड़ियों से लेकर फिल्मी हस्तियों तक सब इस अभियान में शामिल हो गए. पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत को सुंदर समुद्र तटों और प्राचीन द्वीपों का आशीर्वाद प्राप्त है. हमारे अतिथि देवो भव दर्शन के साथ हमारे पर खोजने के लिए बहुत कुछ है.
लोगों ने मालदीव की छुट्टियां कैंसल कर दीं
फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने लिखा कि मालदीव की प्रमुख हस्तियों ने भारतीयों पर घृणित और नस्लवादी टिप्पणियां की. हम अकारण इस तरह की नफरत क्यों बर्दाश्त करें? आइए हम भारतीय द्वीपों का पता लगाने का फैसला करें. अभिनेत्री कंगना रनौत से सोशल मीडया पर लिखा कि इतने घटिया और अभद्र नस्लवादी होने के लिए आपको शर्म आनी चाहिए. वहीं, सिर्फ सेलिब्रिटी ही नहीं बल्कि आम लोगों में भी गुस्सा है. कई लोगों ने मालदीव की छुट्टियां कैंसल कर दी हैं.
भारत सरकार ने कहा है कि पीएम मोदी के लक्षदीप दौरे के बाद आने वाले समय में पर्यटन के साथ साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. लक्षद्वीप भारत में ऐसा डेस्टिनेशन है. यहां जाने वालों को यूरोप, स्विटजरलैंड जाने की जरूरत नहीं है.