भारत के मुरीद हो गए अर्नोल्ड डिक्स, शाहकारी खाने को बताया 'शानदार'

Arnold Dix who pulled out the workers from the Silkyara Tunnel, has praised India. सिल्क्यारा सुरंग से मजदूरों को बाहर निकालने वाले अर्नोल्ड डिक्स ने भारत की तारीफ की है.

भारत के मुरीद हो गए अर्नोल्ड डिक्स, शाहकारी खाने को बताया 'शानदार'

400 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद, आखिरकार सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकाला लिया गया है. इस एक रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए नामालूम कितनी मेहनत, कष्ट और संर्घष करना पड़ा. लेकिन, कहते हैं ना कि...मानव जब जोर लगाता है...पत्थर भी पानी बन जाता है. मजदूरों के लिए पहाड़ का सीना चीरने के पीछे सौकड़ों लोगों की मेहनत थी. मजदूरों को बचाने के लिए दुनियाभर के कई एक्सपर्टस को बुलाया गया था. लेकिन, इस रेस्क्यू ऑपरेशन में अर्नोल्ड डिक्स की अहम भूमिका रही.

अर्नोल्ड डिक्स धर्म से ईसाई हैं. लेकिन, रोज सुबह जब वो मजदूरों को बचाने के लिए जाते, सुरंग के मुहाने पर बने बाबा बौखनाग के मंदिर पर मत्था जरूर टेकते थे. वहीं अब, उन्होंने भारत और भारत के शाहकारी खानपान की तारीफ जमकर तारीफ की है. इतना ही नहीं, उन्हें भारत से इतना प्यार हो गया है कि...वो अभी अपने घर तक नहीं जाना चाहते. वो भारत में ही रुककर...भारत और भारत की संस्कृति को और अच्छे से जानना चाहते हैं.

ऑस्ट्रलियाई अर्नोल्ड डिक्स, इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के प्रमुख हैं.  साथ ही वह इंजीनियर, वकील, जियोलॉजिस्ट भी हैं. उन्होंने मिशन के दौरान वादा किया था कि, अगर मिशन सफल होता है, तो वो मंदिर में धन्यवाद जरूर करने जाएंगे. जिसके बाद अर्नोल्ड डिक्स को मंगलवार को बचाव स्थल पर अस्थायी मंदिर में प्रार्थना करते देखा गया था.

अब ऑपरेशन सफल होने के बाद उन्होंने भारत के लोगों से कहा, 'आपका खाना शानदार है. भारत का शाकाहारी भोजन बहुत शानदार और स्वास्थ्यवर्धक है. मैं अभी वापस नहीं जाना चाहता.'

वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन सफल होने पर अर्नोल्ड ने कहा, 'हम शांत थे और जानते थे कि हम क्या चाहते हैं. हमने एक अद्भुत टीम के तौर पर काम किया, हमारे साथ तमाम इंजीनियर और सेना के सर्वश्रेष्ठ लोग मौजूद थे. सभी एजेंसियों और संघीय प्राधिकरण की सहायता के बदौलत हम इस सफल मिशन का हिस्सा बनें. हालांकि ये मिशन काफी चुनौतीपूर्ण रहा था.'