लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी खेलने जा रही है बड़ा दांव! विपक्ष परेशान
BJP is planning to make its Rajya Sabha ministers contest the Lok Sabha elections. बीजेपी अपने राज्यसभा मंत्रियों को लोकसभा चुनाव लड़वाने की प्लानिंग कर रही है.
लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है...चंद हफ्ते और पूरा देश चुनावी रंग में रंग जाएगा...सभी पार्टियां लोगों को अपने पाले में लाने के लिए जी तोड़ महनत कर रही हैं...लेकिन...बीजेपी ने विपक्ष के रंग में भंग डालने का फुलप्रूफ प्लान बना लिया है...बीजेपी ऐसा मास्टरस्ट्रोक खेलने जा रही है...जिससे एक ही झटके में पूरा विपक्ष हार की कगार पर जा खड़ा होगा...इसका नमूना आप पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में देख भी चुके हैं.
5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को लोकसभा का सेमिफइनल कहा जा रहा था..जिसमें बीजेपी 5 में से तीन राज्य अपने नाम कर ले गई...वहीं, बाकि दो राज्यों में भी बीजेपी के वोट शेयर में तगड़ा इजाफा देखने को मिला था..उन चुनावों में बीजेपी ने एक बड़ा दांव खेला था...पार्टी ने अपने दिग्गज कंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतार दिया था...जिसका बीजेपी को बड़ा फायदा मिला...वहीं, कुछ ऐसा ही दांव अब बीजेपी लोकसभा चुनाव में भी खेलने वाली है...भारतीय जनता पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में अपनाए गए मॉडल को लागू करेगी.
दरअसल, जिस तरह विधानसभा चुनाव में लोकसभा सांसदों को मैदान में उतार दिया था, उसी तर्ज पर कई बड़े नेताओं और मंत्रियों को जो राज्यसभा से सांसद हैं, उनको लोकसभा चुनाव लड़वाया जाएगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने यही प्रयोग समिति स्तर पर किया था. लेकिन, पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक स्तर पर इसका प्रयोग करना चाहती है.
भारतीय जनता पार्टी को लग रहा है कि, मोदी की लोकप्रियता अपने चरम पर है और संगठन भी जमीनी स्तर पर मजबूत है. ऐसे में मोदी सरकार के मंत्री जो राज्यसभा से हैं, उनको लोकसभा चुनाव में उतार कर जीत हासिल की जा सकती है. फिलहाल, मोदी सरकार में 18 मंत्री राज्यसभा से हैं. ऐसे में मोदी और शाह भी चाहते हैं कि, केन्द्रीय मंत्रियों की पहचान अब बन चुकी है. ऐसे में उनको लोकसभा चुनाव लड़ने का साहस करना चाहिए. इससे उनकी खाली सीटों पर दूसरे नेताओं को राज्यसभा भेजा जा सकेगा.
वहीं, पीएम मोदी पहले ही साफ कर चुके हैं कि...दो बार राज्यसभा सांसद रहे नेताओं को तीसरी बार राज्यसभा नहीं भेजा जाएगा. मोदी का मानना है कि, एक ही व्यक्ति को दो बार से अधिक राज्यसभा में भेजना ये दर्शाता है कि...पार्टी की उस पर अत्याधिक निर्भरता है और वो व्यक्ति निर्भरता का पूरा लाभ ले रहा है. मोदी ने साफ कहा था कि, पार्टी में ऐसी अपरिहार्य स्थिति किसी भी नेता को लेकर नहीं बननी चाहिए. मोदी का मानना है कि एक नेता के रूप में आप संगठन में बड़े पद पर रहें, किसी राज्य के चुनाव प्रभारी रहते प्रदेश के नेताओं को चुनाव जीतने की रणनीति भी बताएं, केन्द्र में मंत्री भी रहें लेकिन चुनाव लड़ने से तौबा करें और राज्यसभा सांसद बन कर मंत्री पद को सुभोशित करें, ये स्वीकार्य नहीं है.
पार्टी की इसी लाईन को अमित शाह ने आगे बढ़ाते हुए राज्यसभा से सांसद और मोदी सरकार में मंत्रियों से दो टूक कह दिया है कि चुनाव लड़ने की तैयारी रखें और अपनी पंसद की सीट पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दे. अगर आपके पास सीट का विकल्प नहीं है तो पार्टी आपके लिए उचित सीट उपलब्ध करा देगी. ऐसे में में तय माना जा रहा है कि, बीजेपी अपने सभी दिग्गज राज्यसभा सांसदों को चुनावी मैदान में उतारेगी...अगर ऐसा होता है तो...ये पार्टी के काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता है...बीजेपी अपनी कमजोर सीटों पर तगड़ी दावेदारी ठोक सकती है...जिससे विपक्ष को तगड़ा झटका लगने वाला है.