मार्निक वॉक पर निकले CM धामी, अचानक पहुंचे कार्यकर्ता के घर, लिया फीडबैक

लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मार्निक वॉक के दौरान आम लोगों से मिलते रहे. Despite the busyness of Lok Sabha elections, Chief Minister Pushkar Singh Dhami kept meeting common people during Marnik Walk.

मार्निक वॉक पर निकले CM धामी,  अचानक पहुंचे कार्यकर्ता के घर, लिया फीडबैक

SC मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्य मुख्यमंत्री को बिना सूचना के अपने घर पर देखकर हैरान रह गए. CM धामी से मिलने के लिए इलाके में उमड़ी भीड़ के साथ किसी ने सेल्फी ली तो किसी ने सरकारी योजनाओं पर दी प्रतिक्रिया. लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मार्निक वॉक के दौरान आम लोगों से मिलते रहे.

आम जनता से की मुलाकात 

लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के बावजूद उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने मार्निंग वॉक के दौरान आम लोगों से मिलना, उनका हाल-चाल पूछना और उनसे अपनी सरकार के कामकाज का फीडबैक लेना का सिलसिला नहीं छोड़ा. हल्द्वानी प्रवास के दौरान सुबह वह अचानक BJP नैनीताल जनपद के SC मोर्चा के उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्या के घर पहुंच गए. 

उन्होंने आर्या के परिवारजनों से भेंट कर लम्बी बातचीत की और उनसे सुझाव भी लिया. मुख्यमंत्री को अचानक अपने घर में देखकर आर्या के परिजन और मोहल्ले के लोग अचंभित हो गए. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.          

जिला उपाध्यक्ष के घर पहुंचे CM     

CM  बुधवार की सुबह लगभग 7 बजे हल्द्वानी में अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जीवन चंद्र आर्या जी के घर पहुंच गए. बिना किसी पूर्व सूचना और तामझाम के मुख्यमंत्री ने आर्या के घर अचानक आमद दर्ज कराई. एक क्षण के लिए आर्या को भी विश्वास नहीं हुआ कि सूबे के मुखिया उनके घर पधारे हैं. 

उन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपने परिजनों को इसकी सूचना दी. मुख्यमंत्री ने आर्या को गले लगाकर उनसे किसी फार्मेलिटी न करने का आग्रह किया और वह खुद आंगन में लगी कुर्सी पर बैठ गए. इसी बीच मोहल्ले के लोग भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गए.  

फीडबैक चाहते हैं CM  

CM  पुष्कर सिंह धामी का विजन है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रिम पायदान की श्रेणी में लाना है. इसके लिए वह साफ कह चुके हैं कि यह उनकी अकेले की यात्रा नहीं बल्कि प्रदेश के सवा करोड़ लोगों की सामूहिक यात्रा है. अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह लगातार प्रयास करते हैं कि ज्यादातर समय जनता के बीच बताएं और उनके फीडबैक व सुझाव लें.