हरिद्वार सीट से दो पूर्व CM आमने-सामने, किसकी जीत, किसकी हार?

हिंदुओं की धर्मनगरी हरिद्वार में भी तैयारी पूरी हो चुकी है. इस बार दो पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरीश रावत जो हरिद्वार के पूर्व सांसद भी रह चुके हैं, दोनों एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे. Preparations have also been completed in Haridwar, the religious city of Hindus. This time two former CMs Trivendra Singh Rawat and Harish Rawat, who have also been former MPs from Haridwar, will be face to face with each other.

हरिद्वार सीट से दो पूर्व CM आमने-सामने, किसकी जीत, किसकी हार?

लोकसभा चुनाव की तैयारियां  पूरी हो चुकी हैं, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भी कर दिया है. 19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल सात चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान किए जाएंगे. ऐसे में हिंदुओं की धर्मनगरी हरिद्वार में भी तैयारी पूरी हो चुकी है. इस बार दो पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरीश रावत जो हरिद्वार के पूर्व सांसद भी रह चुके हैं, दोनों एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे.   

विरासत आगे बढ़ाने की चुनौती 

इस बार हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है. वहीं, BJP ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल की जगह त्रिवेंद्र सिंह रावत को मौका दिया है. इस सीट से BJP लगातार दो बार जीतती आ रही है. वीरेंद्र रावत के सामने उनके पिता हरीश रावत की विरासत को आगे बढ़ाने की चुनौती है. 

पिछले चुनावों में BJP की जीत 

BJP की निगाहें इस बार हरिद्वार से जीत की हैट्रिक लगाने पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यहीं से पिछले चुनाव में रमेश पोखरियाल ने कांग्रेस के अंबरीश कुमार को 2,58,729 वोटों से हराया तो वहीं, 2014 में रमेश ने कांग्रेस की रेणुका रावत को 1,77,822 वोटों से हराकर जीत दर्ज की थी.  

किसे कहां से मिलेगी सीट? 

हरिद्वार से बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत, कांग्रेस ने वीरेंद्र रावत और बहुजन समाज पार्टी ने जमील अहमद को और उमेश कुमार निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में 14 विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें धरमपुर, डोईवाला, ऋषिकेश, हरिद्वार, बीएचईएल रानीपुर, ज्वालापुर (SC), भगवानपुर (SC), झबरेड़ा (SC), पिरान कलियर, रुड़की, खानपुर, मंगलौर, लक्सर और हरिद्वार ग्रामीण सीट शामिल है.